दिल्ली में 5 साल में एक बार होता है चुनाव, हर साल बनते है नया मेयर, पहले साल महिला ही बनती है मेयर

एमसीडी की 250 सीटों पर 4 दिसंबर को मतदान हुआ था. इन चुनाव में 250 वार्ड में कुल 1349 उम्मीदवार मैदान में हैं. थोड़ी देर में स्थिति साफ हो जाएगी कि एमसीडी का मेयर किस पार्टी का होगा

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दिल्ली नगर निगम के 250 वार्ड पर मतगणना  जारी है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. इसी साल परिसीमन के बाद तीनों एमसीडी को एक किया गया था. एमसीडी की 250 सीटों पर 4 दिसंबर को मतदान हुआ था. इन चुनाव में 250 वार्ड में कुल 1349 उम्मीदवार मैदान में हैं. थोड़ी देर में स्थिति साफ हो जाएगी कि एमसीडी का मेयर किस पार्टी का होगा   

कैसे चुना जाता है मेयर? 

दिल्ली नगर निगम का चुनाव के नतीजे आने के बाद जिस पार्टी को सबसे अधिक सीटें मिलती हैं मेयर उसी पार्टी का होता है.  चुनाव परिणाम आने के बाद सदन की बैठक बुलाई जाती है. इनमें जो पार्षद चुनाव जीतते हैं उन्हीं में ये कुछ मेयर पद के लिए नामांकन करते हैं. इसके बाद मेयर चुनाव जाता है. दिल्ली नगर निगम में उसी पार्टी का मेयर चुना जाएगा जिस पार्टी की 126 से ज्यादा सीटें आएंगी.

मेयर का कितना होता है कार्यकाल 

बता दें कि एमसीडी के मेयर का चुनाव सीधे तौर पर नहीं किया जाता है. पार्षद मिलकर मेयर पद के उम्मीदवार को वोट देते हैं. एमसीडी के चुनाव 5 साल में एक बार होते हैं. हालांकि मेयर का चुनाव हर साल किया जाता है. पार्षद ही तय करते हैं कि मेयर कौन बनेगा. इसके लिए वोटिंग की जाती है. 

 महिला ही बनती है पहली बार मेयर 

दिल्ली नगर निगम के मेयर का पद पहले साल के लिए महिला के लिए आरक्षित किया गया है. हालांकि दूसरे साल कोई भी मेयर बन सकता है. तीसरे साल अनुसूचित जाति के लिए यह पद आरक्षित किया गया है. चौथे और पांचवे साल कोई भी मेयर बन सकता है. 

AAP ने दिया नया नारा 

दिल्ली नगर निगम चुनाव  के नतीजे आने से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) नया नारा दिया है, ''अच्छे होंगे 5 साल, MCD में भी केजरीवाल'. चुनाव परिणाम आने से पहले ही आम आदमी पार्टी के ऑफिस के बाहर नए नारे लिखे बैनर लगाए गए हैं.

अब तक 120 सीटों के नतीजे घोषित

एमसीडी की अब तक 120 सीटों पर नतीजे आ गए हैं. इनमें से आप ने 64 सीटों पर जीत हासिल की है. जबकि बीजेपी ने 50 पर जीत हासिल की है. कांग्रेस को चार सीटों पर जीत मिली है. आप अभी 71 पर आगे चल रही है. बीजेपी 52 और कांग्रेस 6 पर आगे चल रही है. एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहा है. जबकि एक सीट पर ओवैसी की पार्टी AIMIM भी आगे है. 


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