स्पेशल 26 फिल्म से प्रेरित होकर दिया लूट की घटना को अंजाम, तीन आरोपी हुए गिरफ्तार

बॉलीवुड फिल्म स्पेशल 26 फिल्म से प्रेरित होकर एक महिला और उसके साथियों ने एक डॉक्टर के घर में लूट की घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने इस मामले में महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

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फिल्में, जो कभी हंसाती है, कभी रुलाती है, कभी-कभी प्रेरणा भी दे जाती है. अलग अलग रंग-रूप मे फिल्में हमारा मनोरंजन करती है. मनोरंजक होने के साथ फिल्में कई बार हमें जिंदगी के सही मायने भी सिखा जाती है. लेकिन दुर्भाग्य से कुछ लोग फिल्मों को सिर्फ मनोरंजन के तौर पर या फिर फिल्मों में दिखाई जाने वाली अच्छी बातों पर फोकस नहीं करते हैं बल्कि फिल्मों में दिखाई जाने वाली चोरी और अपराध के सीन को देख असल जिंदगी में ऐसी वारदात को अंजाम दे देते हैं. ऐसी ही एक घटना को अंजाम दिया दिया है. हाल ही में बॉलीवुड फिल्म स्पेशल 26 फिल्म से प्रेरित होकर एक महिला और उसके साथियों ने एक डॉक्टर के घर में लूट की घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने इस मामले में महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में बिट्‌टू (32), सुरेंद्र (35) और विभा (35) शामिल है. पुलिस ने इनके पास से 36 लाख रुपए से ज्यादा नगदी, पांच लाख की ज्वैलरी, 3852 यूएस डॉलर और चार सौ पाउंड जब्त किए हैं.

सीबीआई अधिकारी बताकर दिया घटना को अंजाम 

सीबीआई अधिकारी होने का दावा करने वाले आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया जिन्होंने पीड़ित परिवार को फर्जी पहचान पत्र भी दिखाया था. पुलिस उपायुक्त ऊषा रंगनानी ने कहा कि 26 मार्च को मौर्य एन्क्लेव पुलिस स्टेशन का स्टाफ सुभाष प्लेस पहुंचां जिन्होंने तीनों आरोपियों को पुलिस को सौंप दिया. शिकायतकर्ताओं के साथ पुलिस कर्मी भी थे.

पीड़ित प्रिंयक अग्रवाल  ने पुलिस को बताया कि वह कोहाट एन्क्लेव पीतमपुरा में रहता है. शाम छह बजे वह अपने पिता और ड्राइवर के साथ क्लिनिक से घर पहुंचा जब एक महिला सहित चार लोग जबरन घर में घुस आए. उसने खुद की पहचान सीबीआई अधिकारी के रूप में बताया और उनके मोबाइल फोन भी कब्जे में ले लिए.

काला धन होने का हवाला देकर शुरु की घर की तलाशी

इसके बाद वे घर में काला धन होने का हवाला देकर तलाशी लेने लगे. उन्होंने घर में रखा सारा कैश और ज्वेलरी ले ली. जिसके बाद उन्होंने ड्राइवर तिलक राज से क्लीनिक चलने के लिए कहा. ड्राइवर जब उन्हें क्लीनिक लेकर जा रहा था, इस दौरान वह मौर्या एंक्लेव थाने के पास पहुंचा तभी उसने पुलिस को देखकर शोर मचा दिया. 

इसके बाद आरोपियों ने कार से भागने की कोशिश की तभी वहां आई पुलिस ने इन सभी को काबू में कर लिया. इनके पास से ज्वेलरी, कैश भी बरामद हो गया. इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सुभाष प्लेस थाने में मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. अब इस केस में उनके दो अन्य साथी अमित और पवन की पुलिस को तलाश है। 

दो आरोपी हुए फरार

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि फरार आरोपी अमित ने बिट्टू और उसके रिश्तेदार पवन को मिलकर यह काम करने को कहा था. सुबह सात बजे बिट्टू और अमित पानीपत कार में दिल्ली के लिए रवाना हुए. उसी रास्ते पर उन्होंने भालगढ़ चौक पर सुरेंद्र को उठा लिया. जिसके बाद नरेला  को विभा को. विभा बिट्‌टू की जानकार है. ये सभी पीतमपुरा मेट्रो स्टेशन एकत्रित हुए जहां पवन भी पहुंच गया। एक पार्क में चोरी की पूरी प्लानिंग कर शाम छह बजे ये सभी डॉक्टर के घर पहुंच गए थे. बिट्‌टू ने खुद को सीबीआई इंस्पेक्टर विरेंद्र के रुप में बताया था.घर से नकदी और गहने एकत्र करके वे सभी डॉक्टर के ड्राइवर के साथ क्लिनिक जा रहे थे. उस दौरान पुलिस ने उन सभी को पकड़ा। दोआरोपी पवन और अमित कार में ही सवार थे इसलिए दोनों भागने में सफल रहे.


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