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महाकुंभ इस समय प्रयागराज में खूब धूमधाम से आयोजित किया गया है। लाखों करोड़ों की संख्या में भक्त प्रयागराज स्नान करने पहुंच रहे हैं। महाकुंभ एक धार्मिक पर्व है जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है। महाकुंभ को सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और एकता का प्रतीक माना जाता है। ऐसा भी माना जाता है की महाकुंभ के दौरान स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और शुभ फल मिलते हैं। महाकुंभ के दौरान स्नान करने से विशेष फल के अलावा जीवन सुखमय बना रहता है। महाकुंभ में स्नान कर रहे हैं, तो आपको इस दौरान कुछ मंत्रों का जाप करना चाहिए।
स्नान के दौरान मंत्रों का जाप
महाकुंभ में स्नान कर रहे हैं तो आपको मंत्रों से देवी देवताओं को प्रसन्न करना चाहिए। गंगा नदी में स्नान कर रहे हैं तो माता की स्तुति करना जरूरी है। भगवान शिव की नगरी में मौजूद हैं तो शिवजी के मंत्रों का जाप करना ना भूलें। इस तरह से मनोकामना जल्दी पूरी हो जाती है। पुराणों और शास्त्रों की बात करें तो इसमें मंत्रों का पाठ करना भगवान को प्रसन्न करने के बराबर माना गया है। मंत्रों का जाप करने से नए कार्यों में सफलता हासिल होती है।
गंगा मंत्र
1. गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती।
नर्मदे सिन्धु कावेरि जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरु।।
गंगा गंगेति यो ब्रूयात, योजनानाम् शतैरपि।
मुच्यते सर्वपापेभ्यो, विष्णुलोके स गच्छति।।
2. ॐ नमो गंगायै विश्वरुपिणी नारायणी नमो नम:।।
गांगं वारि मनोहारि मुरारिचरणच्युतम् ।
त्रिपुरारिशिरश्चारि पापहारि पुनातु माम् ॥
देवि सुरेश्वरि भगवति गङ्गे त्रिभुवनतारिणि तरलतरङ्गे ।
शङ्करमौलिविहारिणि विमले मम मतिरास्तां तव पदकमले ॥
3. ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।।




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