भारत में तेजी से बढ़ने लगे कोरोना के नए मामले, 24 घंटे में दुनिया में मिले 5.37 लाख केस, ये लक्षण दिखे तो हो जाएं अलर्ट

worldometer के मुताबिक, दुनियाभर में पिछले 24 घंटे में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. वहीं दक्षिण कोरिया में 88,172, फ्रांस में 54,613 और ब्राजील में 44415 केस मिले हैं.

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कोरोना एक बार फिर से तेजी अपना पैर पसारने लगा है. चीन, जापान, अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और ब्राजील समेत अन्य देशों में तेजी से कोविड के केस बढ़ रहे हैं. तेजी से फैल रहे कोविड के मामलों ने भारत सरकार की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर भारत में अलर्ट जारी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा को लेकर बैठक की. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं.

दिल्ली सीएम ने बुलाई आपात बैठक 

 मनसुख मंडाविया के मीटींग के कुछ ही देर बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर आपात बैठक बुलाई है. सीएम केजरीवाल ने आज यानी की गुरुवार को अधिकारियों से अहम बैठक के बाद कुछ बड़े फैसले ले सकते हैं. इसमें कोरोना से निपटने के हालात पर समीक्षा होगी. 

दिल्ली सरकार सतर्क

अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली सरकार कोविड​​-19 की स्थिति पर नजर रख रही है और मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग सुनिश्चित करने और अन्य जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. संबंधित अधिकारी ने कहा कि दिल्ली सरकार सतर्क है.

यूपी सीएम ने बुलाई बैठक 

वहीं उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि होने के बाद विदेश से आने वाले लोगों के कोरोना जांच का फैसला लिया गया है. कोरोना को लेकर गुरुवार की सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रीपरिषद की बैठक बुलाई है. बैठक में कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. 

भारत में कोरोना के तीन केस मिले 

देश में ओमिक्रॉन सबवैरिएंट BF.7 के तीन मामले दो गुजरात और एक ओडिशा में सामने आ चुके हैं. ये तीनों मरीज़ ठीक हो चुके हैं. सरकार ने कहा है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. सरकार जल्द ही इसके लिए गाइडलाइन जारी कर सकती है

वैक्सीनेशन करा चुके लोग भी कोविड पॉजिटिव

कोरोनावायरस लगातार म्यूटेट हो रहा है और म्यूटेशन के कारण इसके लक्षण भी बदल रहे हैं. दरअसल, कई ऐसे लक्षण हैं जिन्हें कोई भी इंसान सामान्य मानकर अनदेखा कर देता है लेकिन वे लक्षण कोरोना के भी हो सकते हैं. कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें वैक्सीनेशन करा चुके लोग भी  कोविड पॉजिटिव हो रहे हैं. 

सीएसआईआर के प्रिंसिपल ने क्या कहा ? 

भारत में कोरोना वेरिएंट की जीनोम सिक्वेंसिंग करने वाली टीम सीएसआईआर के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ राजेश पांडे के मुताबिक अगर भारत की बड़ी आबादी वैक्सीनेटिड ना होती तो ओमिक्रोन का ये वेरिएंट BF.7 बहुत खतरनाक साबित होता. इससे चीन की तरह हमारे देश में भी फिर से बड़ी जनहानि हो सकती थी. लेकिन समय पर व्यवस्थित तरीके से चलाए गए वैक्सीनेशन प्रोग्राम की वजह से देश की अधिकतर आबादी को टीका लगा दिया गया, जिसके चलते फिलहाल चीन की तरह का भारत में कोई बड़ा खतरा नहीं है. 

ये हैं कोविड के लक्षण

Express.co.uk के अनुसार, कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से ZOE ऐप लगातार कोविड के लक्षणों के बारे में यह जानकारी दे रहा है कि समय के साथ लोगों में लक्षण किस तरह बदल रहे हैं. हर वायरस की तरह SARS-CoV-2 कोरोनावायरस जो COVID-19 का कारण बनता है,  फैलने की क्षमता और इसके लक्षणों के कारण म्यूटेट हो रहा है. ZOE हेल्थ स्टडी के मुताबिक, गंध की कमी और सांस लेने में लकलीफ होना कोविड-19 के बीएफ-7 वैरिएंट के कॉमन लक्षण हैं.  जिन लोगों को कोविड हो रहा है उनमें से सिर्फ 16 प्रतिशत लोग ही इसे अनुभव कर रहे हैं. 

- अधिक बुखार

- कंपकंपी के साथ बुखार

- लगातार खांसी

- सांसों लेने में समस्या

- थकान महसूस होना

- भूख में कमी

- डायरिया

- बीमार होना 

-गले में खराश

- छींक

- बहती नाक

- बंद नाक

- बिना कफ वाली खांसी

- सिरदर्द

- कफ के साथ खांसी

- बोलने में परेशानी

- मांसपेशियों में दर्द 

- गंध ना आना

दुनिया भर में  पिछले 24 घंटे में 5.37 लाख केस आए सामने

worldometer के मुताबिक, दुनियाभर में पिछले 24 घंटे में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. वहीं दक्षिण कोरिया में 88,172, फ्रांस में 54,613 और ब्राजील में 44415 केस मिले हैं. जबकि ब्राजील में कोविड से 197 लोगों की मौत हुई है. चीन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में बुधवार को 3,030 केस मिले हैं. जबकि किसी की जान नहीं गई है. इससे पहले मंगलवार को कोरोना से चीन में 5 लोगों की मौत हुई है. हालांकि असल आंकड़ा इससे कहीं अधिक है. चीन के हालात यह हैं कि अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं बची है. स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं. 



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