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INDIA गठबंधन के संयोजक नहीं बनेंगे नीतीश कुमार? पत्रकारों के सवाल पर दिए जवाब

Opposition Parties Meeting News: विपक्षी गठबंधन INDIA की अगली बैठक मुंबई (Opposition Parties Meeting In Mumbai)) में होने वाली है. माना जा रहा है कि इस बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा हो सकती है.

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Image Credit: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव
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By Instafeed | खबरें - 28 August 2023

INDIA Alliance Mumbai Meeting: आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ विपक्षी गठबंधन (I.N.D.I.A) की मोर्चा बंदी की तीसरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली है. माना जा रहा है कि इस मीटिंग में I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल सभी विपक्षी दल सीट बंटवारे पर फैसला ले सकते हैं. कयास तो यह भी लगाए जा रहे हैं कि बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Nitish kumar)  को गठबंधन में संयोजक की जिम्मेदारी मिल सकती है. हालांकि, नीतीश कुमार ने अभी तक किसी भी तरह की जिम्मेदारी की मिलने की बात का खुलासा नहीं किया है. 

संयोजक की भूमिका के सवाल पर क्या बोले नीतीश कुमार? 

मुंबई में INDIA गठबंधन की अगली बैठक से पहले 'संयोजक की भूमिका स्वीकार करेंगे' के सवाल पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish kumar)  ने कहा कि मैं कुछ भी नहीं बनना चाहता, ये बात मैं आपको बार-बार कहता आया हूं. मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है. मैं बस सभी को एकजुट करना चाहता हूं. यह कहते हुए वे अपने साथ खड़े हुए डिप्टी सीएम को देखकर मुस्कुराते हैं.

संयोजक बनने की कोई मंशा नहीं: नीतीश कुमार

बता दें कि विपक्षी दलों को एकजुट करने में नीतीश कुमार ने अहम भूमिका निभाई थी. बिहार सीएम ने ही सभी विपक्षी दलों के प्रमुखों से मुलाकात और बातचीत कर एक साथ आने की मुहिम छेड़ी थी. बीते दिन रविवार को नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में दोहराते हुए कहा था कि सिर्फ विपक्षी दलों को एकजुट करना चाहते हैं. उनकी और कोई मंशा नहीं है.

सम्राट चौधरी की टिप्पणी पर भड़के तेजस्वी यादव  

बिहार भाजपा प्रमुख सम्राट चौधरी की कथित टिप्पणी 'भारत वास्तव में 1947 में नहीं बल्कि 1977 में जेपी आंदोलन के बाद आजाद हुआ' के बारे में पूछा पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि, उन्हें कुछ भी बकवास करनी है. स्वतंत्रता दिवस हर कोई मनाता है. वे 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज क्यों फहराते हैं? वे मुद्दे आधारित विषयों पर नहीं बोलते हैं. किसी न किसी तरीके से इतिहास को बदलने की कोशिश की जा रही है. उनका कोई मूल्य नहीं है। ये बात कोई सुनेगा तो हंसेगा.

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