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29 अक्टूबर को मोरबी में हुए भीषण हादसे ने सभी को झकझोर कर दिया. कुछ लोग अपने जान की परवाह किए बिना ही लोगों की मदद करने से पीछे नहीं हटे. इन्ही में से एक थे कान्हां भाई उर्फ मशहूर कांतिलाल अमृतिया. मोरबी हादसे के दौरान जान की परवाह किए बिना ही की गई निस्वार्थ सेवा के लिए बीजेपी ने मोरबी से चुनाव मैदान में उतार दिया है.
बचाई थी लोगों की जान
बताया जा रहा है कि कांतिलाल का नाम उम्मीदवार के नाम की जारी की गई पहली सूची में नहीं था. मगर हादसे के वक्त जिस तरह उन्होंने बहादुरी दिखाते हुए नदी में गिरे हुए लोगों की जान बचाई थी. उसके बदले पार्टी ने उन्हें इनाम दिया है. 29 अक्टूबर की शाम को मोरबी में मच्छु नदी पर बना पुल भारी वजन के कारण टूट गया था. इसके चलते काफी संख्या में लोग नदी में गिर गए थे. मोरबी हादसे में 130 से ज्यादा लोगों की मौत हुई और 177 लोगों को बचा लिया गया था. हादसे के दौरान कांतिलाल रबर की ट्यूब पहन कर नदी में कूद गए और कई लोगों की जान भी बचाई. बता दे कि मोरबी से सीटिंग विधायक ब्रजेश मेरजा का टिकट कट गया है.
लंबे समय से बीजेपी से जुडे़
लोगों के बीच रहकर उनकी सेवा करने का काम कांतिलाल ने 1970 के दशक में शुरू किया था. कांतिलाल लंबे समय से बीजेपी और आरएसएस से से जुड़े रहे हैं. पढ़ाई के दौरान वह एबीवीपी में शामिल हो गए. 70 के दशक में गुजरात के भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू किये गए छात्रों के नवनिर्माण आंदोलन में भी हिस्सा लिया. कांतिलाल के राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1995 में हुई, जब उन्होंने बीजेपी के कैडर की कमान संभाली उसी समय पहली बार विधायक बने.
युवक को पीटने की वजह से कटा था टिकट
कांतिलाल अमृतिया साल 1995 से लगातार 2012 तक वो पांच बार मोरबी से विधायक चुने गए, लेकिन 2017 में उनका टिकट काट दिया गया. दरअसल 2014 में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था और उस वीडियो में कांतिलाल किसी युवक को डंडे से पीटते नजर आए थे. बाद में सवाल उठा कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया. जिसके जवाब में कांतिलाल ने कहा था कि उस युवक के हाथ में तलवार थी और वह युवक लोगों को डरा रहा था.




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