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प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। इस हादसे को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार मृतकों की संख्या छिपाने का आरोप लगा रहा है। इस बीच, एक महिला ने उस भयावह दिन की अपनी आपबीती साझा की, जिस पर भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर ने प्रतिक्रिया दी है।
नेहा सिंह राठौर का पोस्ट
नेहा सिंह राठौर ने बीबीसी हिंदी की एक खबर को X (Twitter) पर साझा करते हुए लिखा, “हम ज़िंदा थे, लेकिन सिपाही बोला इसे गंगा में बहा दो।” इस पोस्ट में उन्होंने उस महिला के दर्दनाक अनुभव को उजागर किया, जिसने भगदड़ में अपने गहने खो दिए और किसी तरह अपनी जान बचाई।
महिला ने बताई आपबीती
एक अन्य पीड़िता ने बताया कि भगदड़ में गिरने के बाद कोई भी उनकी मदद के लिए नहीं आया। उल्टा लोग उनका बैग छीनने की कोशिश कर रहे थे। जब उन्होंने बैग देने से इनकार किया, तो एक व्यक्ति ने उन्हें मारा, जिससे वे बेहोश हो गईं। कुछ देर बाद जब उन्हें होश आया, तो उन्होंने एक पुलिसकर्मी को यह कहते सुना, "ये मर गई है, इसे गंगा में बहा दो।" तभी एक महिला ने सिपाही को डांटा और उनके मुंह पर पानी डाला, जिससे वे होश में आ सकीं।
भगदड़ में बिहार के 11 श्रद्धालुओं की मौत
इस हादसे में बिहार के 11 श्रद्धालुओं की मौत हुई है, जिनमें गोपालगंज के 4, औरंगाबाद के 2, तथा पटना, मुजफ्फरपुर, सुपौल, बांका और पश्चिमी चंपारण के 1-1 व्यक्ति शामिल हैं।
शंकराचार्य के समर्थन में भी बोलीं नेहा सिंह राठौर
नेहा सिंह राठौर लगातार महाकुंभ हादसे को लेकर सवाल उठा रही हैं। इससे पहले, उन्होंने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के समर्थन में भी पोस्ट किया था। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, "अगर आप पीड़ित हिंदुओं की बात करेंगे, तो आप चाहे शंकराचार्य ही क्यों न हों, भाजपा आपको अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। चाहे जितने हिंदू कीड़ों की तरह कुचलकर मर जाएं, उन्हें फर्क नहीं पड़ता। बस वोट पूरे मिलने चाहिए।"
महाकुंभ हादसे के बाद मची राजनीतिक हलचल के बीच, सरकार पर विपक्ष के आरोप और नेहा सिंह राठौर की प्रतिक्रिया सुर्खियों में बनी हुई हैं।




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