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जनवरी के महीने में संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाता है यह माघ महीने में आने वाली संकष्टी चतुर्थी सकट चौथ के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार अगर देखा जाए तो महिलाएं संतान कल्याण के लिए यह व्रत रखती है। इसके अलावा कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व भी होता है इस दिन भगवान गणेश की उत्पत्ति हुई थी ऐसा कहा जाता है। इस व्रत को शाम को पूरा किया जाता है जब चंद्रोदय होता है।
शुभ मुहूर्त और चंद्रोदय का समय
पंचांग के अनुसार अगर देखा जाए तो माघ कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 17 जनवरी 2025 से शुरू हो रही है और यह 18 जनवरी को सुबह 5:30 पर खत्म हो जाएगी। सकट चौथ का व्रत महिलाएं 17 जनवरी को रख सकती है और रात के चंद्रोदय के समय इसका पारण किया जाता है।
क्या है व्रत का महत्व
सकट व्रत का महत्व विशेष होता है। चतुर्थी तिथि को पड़ने वाला यह व्रत तिलकुट चतुर्थी, तिल चौथ, वक्रतुंडाय चतुर्थी और माघी चौथ के रूप से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान गणेश जी को भोग लगाने के लिए तिलकुट चढ़ाया जाता है और तिल का दान भी किया जाता है। इस दिन को लेकर कहा जाता है कि भगवान गणेश की पूजा की जाती है जिससे कि व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस व्रत को करने के साथ ही लोगों की इच्छाएं भी पूरी हो जाती है।




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