Story Content
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर जेल से रिहा, बोले- पंजाब सरकार और पुलिस को लेकर आज करूंगा बड़ा खुलासा
पंजाब के चर्चित किसान नेता सरवन सिंह पंढेर को शुक्रवार (28 मार्च 2025) की सुबह मुक्तसर साहिब जेल से रिहा कर दिया गया। रिहाई के बाद उन्होंने अपने साथियों और किसान संगठनों के नेताओं से बहादुरगढ़ किले पर पहुंचने की अपील की है। बताया जा रहा है कि वे वहां बड़ा खुलासा करने वाले हैं, जिससे पंजाब की राजनीति में हलचल मच सकती है।
जेल से निकलते ही एक्शन में आए सरवन सिंह पंढेर
सरवन सिंह पंढेर की रिहाई के बाद किसान संगठनों में उत्साह देखा जा रहा है। जैसे ही वे जेल से बाहर निकले, उन्होंने KMSC के फेसबुक पेज पर लाइव आकर बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही मीडिया और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के सामने आकर पंजाब सरकार और पुलिस की कारगुजारियों का पर्दाफाश करेंगे।
उन्होंने कहा,
"हमने जो संघर्ष शुरू किया था, वह किसी भी हालत में अधूरा नहीं रहेगा। हमारी मांगें जस की तस हैं और हम उन्हें मनवाने के लिए हर हद तक जाएंगे।"
सरकार और पुलिस को लेकर करेंगे बड़ा खुलासा
किसान आंदोलन के दौरान पंजाब सरकार और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठते रहे हैं। पंढेर ने इशारों-इशारों में कहा कि वे सरकार और प्रशासन से जुड़े कुछ बड़े राज खोल सकते हैं। उन्होंने मीडिया और किसान संगठनों के नेताओं को बहादुरगढ़ किले पर बुलाया है, जहां वे आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, पंढेर के खुलासे में कई चौंकाने वाली बातें सामने आ सकती हैं, जो पंजाब की राजनीति में भूचाल ला सकती हैं।
सरवन सिंह पंढेर की गिरफ्तारी और आंदोलन की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि 19 मार्च 2025 को पंजाब पुलिस ने किसान आंदोलन से जुड़े कई बड़े नेताओं को गिरफ्तार किया था, जिनमें सरवन सिंह पंढेर भी शामिल थे। पिछले 13 महीनों से पंजाब और हरियाणा के कई किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे।
हालांकि, कई चरणों की बातचीत के बावजूद किसान संगठनों और सरकार के बीच सहमति नहीं बन पाई। स्थिति को काबू में करने के लिए सीएम भगवंत मान खुद किसान नेताओं से मिलने पहुंचे, लेकिन बातचीत विफल रही। इसके बाद पुलिस ने शंभू और खनोरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को हटाने का फैसला किया और कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
कौन हैं सरवन सिंह पंढेर?
-
सरवन सिंह पंढेर पंजाब के अमृतसर जिले के पंढेर गांव के रहने वाले हैं।
-
वे 2007 से किसान मजदूर संघर्ष कमेटी (KMSC) से जुड़े हुए हैं और इसमें एक अहम भूमिका निभा रहे हैं।
-
पंजाब के 7 से 8 जिलों में उनकी किसान राजनीति में अच्छी पकड़ है।
-
वे अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के करीबी माने जाते हैं।
-
किसान आंदोलन में उनकी भूमिका काफी सक्रिय रही है, जिसके चलते वे सरकार के निशाने पर रहे हैं।
किसान आंदोलन का क्या होगा भविष्य?
अब सवाल ये उठता है कि क्या किसान आंदोलन एक बार फिर तेज होगा?
सरवन सिंह पंढेर की रिहाई के बाद किसान संगठनों में जोश बढ़ गया है और उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द ही एक नई रणनीति के साथ सरकार के खिलाफ बड़ा कदम उठाएंगे।
अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या सरवन सिंह पंढेर के खुलासे से सरकार पर कोई दबाव बनेगा? क्या आंदोलन फिर से तेज होगा? इसके जवाब तो जल्द ही मिल जाएंगे, लेकिन फिलहाल किसान संगठनों में एक नई ऊर्जा का संचार हो चुका है।




Comments
Add a Comment:
No comments available.