Wrestler Protest: प्रदर्शनकारी पहलवान हरिद्वार के निकले, बोले- गंगा में बहाएंगे मेडल

विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई शीर्ष प्रदर्शनकारी पहलवान गंगा में अपने मेडल बहाने जा रहे हैं.

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Wrestlers Protest News: 28 मई को पहलवानों के और पुलिस के बीच हुई झड़प और गिरफ्तारी के बाद पहलवानों ने अब बड़ा ऐलान किया है. पहलवानों ने कहा है कि वह आज शाम 6 बजे हरिद्वार जाकर अपने मेडल गंगा में प्रवाहित कर देंगे. इसके बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे. 

 गंगा में बहाने जा रहे मेडल 

विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई शीर्ष प्रदर्शनकारी पहलवान गंगा में अपने मेडल बहाने जा रहे हैं. सभी पहलवान हरिद्वार के लिए निकल गए हैं. गौरतलब है कि पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरु किया था. बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है. 

पहलवानों का भावुक करने वाला ट्वीट 

'बजरंग पुनिया ने एक पोस्ट लिखा है कि, पहलवानों ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के लिए न्याय मांगकर कोई अपराध कर दिया है. पुलिस और तंत्र हमारे साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है. जबकि उत्पीड़क खुली सभाओं में हमारे ऊपर फबतियाँ कस रहा है. टीवी पर महिला पहलवानों को असहज कर देने वाली अपनी घटनाओं को कबूल करके उनको ठहाकों में तब्दील कर दे रहा है.

यहां तक पॉक्सो एक्ट को बदलवाने की बात कर रहा है. हम महिला पहलवान अंदर से ऐसा महसूस कर रही हैं कि इस देश में हमारा कुछ बचा नहीं है. हमें वे पल याद आ रहे हैं जब हमने ओलंपिक, वल्डचैंपियनशिप में मेडल जीते थे. अब लग रहा है क्यों जीते थे. क्या इसलिए जीते थे कि तंत्र हमारे साथ ऐसा घटिया व्यवहार करे. हमें घसीटे और फिर हमें ही अपराधी बना दे. कल पूरा दिन हमारी कई महिला पहलवान खेतों में छिपती फिरी हैं. तंत्र को पकड़ना उत्पीड़न को चाहिए था, लेकिन वह पीड़ित महिलाओं को उनका धरना खत्म करवाने, उन्हें तोड़ने और डराने में लगा हुआ है. 

इस चमकदार तंत्र में हमरी जगह कहां हैं. भारत के बेटियों की जगह कहां है. क्या हम सिर्फ नारे बनकर या सत्ता में आने भर का एजेंडा बनकर रह गईं हैं. ये मेडल अब हमें नहीं चाहिए क्योंकि हमें मुखौटा बनाकर सिर्फ अपना प्रचार करता है. यह तेज सफेदी वाला तंत्र. और फिर हमारा शोषण करता है. हम उस शोषण के खिलाफ बोलें तो हमें जेल में डालने की तैयारी कर लेता है.' 


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