चैत्र नवरात्रि का आखिरी नवरात्रि 17 मार्च 2024 को पड़ रहा है। इस दिन मां दुर्गा की नौंवी शक्ति मां सिद्धियात्री की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन राम नवमी का त्योहार भी मनाया जाता है।
चैत्र नवरात्रि का आखिरी नवरात्रि 17 मार्च 2024 को पड़ रहा है। इस दिन मां दुर्गा की नौंवी शक्ति मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन राम नवमी का त्योहार भी मनाया जाता है। इस दिन माता की पूजा के बाद हवन, कन्या पूजन किया जाता है और फिर नवरात्रि व्रत का पारण करते हैं। आइए जानते हैं ऐसे में इससे जुड़ी पूजा विधि, मंत्र के बारे में जानिए यहां।
मां सिद्धिदात्री : मंत्र
ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः
मां सिद्धिदात्री : प्रार्थना
सिद्ध गंधर्व यक्षद्यैरासुरैरमैरैपि
माता की पूजा की विधि
नवरात्रि के नौंवे दिन सुबह ब्रह्म बेला में उठकर सबसे पहले आदिशक्ति और जगत जननी मां दुर्गा को प्रणाम करें। इसके पश्चात, घर की साफ-सफाई कर नित्य कर्मों से निवृत हो जाएं। अब गंगाजल युक्त पानी से स्नान-ध्यान करें और आमचन कर नवीन वस्त्र धारण करें। इसके तत्पश्चात, मां सिद्धिदात्री की स्तुति निम्न मंत्र से करें-या देवी सर्वभूतेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता।
इन चीजों के साथ करें मां सिद्धिदात्री की पूजा
अब मां सिद्धिदात्री की पूजा फल, फूल, धूप, दीप, कुमकुम, तिल, जौ, चावल आदि से करें। मां को प्रसाद में हलवा-पूरी भेंट करें। अंत में आरती अर्चना कर जीवन में तरक्की, उन्नति, सुख, शांति और समृद्धि की कामना करें। दिनभर उपवास रखें। संध्याकाल में आरती कर फलाहार करें। अगले दिन स्नान ध्यान कर सामान्य दिनों की तरह पूजा करें। इसके पश्चात, ब्राह्मणों को दान देकर व्रत खोलें।