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IPL 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स के गेंदबाज दिग्वेश राठी पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना और एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया है। यह कार्रवाई उन्हें पांच डिमेरिट पॉइंट्स मिलने के बाद की गई है। यह घटना सोमवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान हुई, जिसमें राठी ने हैदराबाद के बल्लेबाज़ अभिषेक शर्मा को आउट करने के बाद एक उकसाने वाला और भड़काऊ इशारा किया।
दिग्वेश राठी पर क्यों लगा बैन?
दरअसल, यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए काफी अहम था। अभिषेक शर्मा धमाकेदार बल्लेबाज़ी कर रहे थे और उन्होंने सिर्फ 20 गेंदों पर 59 रन ठोक दिए थे। जब राठी ने उन्हें आउट किया, तो उन्होंने जोश में आकर ग़लत इशारा कर दिया, जो कि खेल भावना के खिलाफ माना गया। IPL की गवर्निंग काउंसिल ने इस घटना को "कोड ऑफ कंडक्ट" के उल्लंघन के तौर पर देखा और दिग्वेश राठी को दोषी पाया।
IPL की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया कि राठी ने जो हरकत की, वो आईपीएल के नियमों और खेल की गरिमा के विरुद्ध थी। इसीलिए उन्हें न सिर्फ आर्थिक जुर्माना भुगतना पड़ा, बल्कि एक मैच के लिए निलंबित भी कर दिया गया।
IPL में खिलाड़ियों पर बैन कैसे लगता है?
IPL 2025 से पहले BCCI ने कुछ नए सख्त नियम लागू किए थे, जिनमें डिमेरिट पॉइंट सिस्टम शामिल है। इस सिस्टम के तहत अगर कोई खिलाड़ी लगातार नियमों का उल्लंघन करता है या फिर अनुशासनहीनता दिखाता है, तो उसे डिमेरिट पॉइंट्स दिए जाते हैं। ये पॉइंट्स खिलाड़ी के रिकॉर्ड में जुड़ते रहते हैं, और एक तय सीमा पार करने पर बैन लागू हो जाता है।
IPL डिमेरिट पॉइंट नियम कुछ इस तरह हैं:
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4 से 7 डिमेरिट पॉइंट: 1 मैच का बैन
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8 से 11 डिमेरिट पॉइंट: 2 मैच का बैन
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12 से 15 डिमेरिट पॉइंट: 3 मैच का बैन
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16 या उससे अधिक डिमेरिट पॉइंट: 5 मैच तक का बैन
डिमेरिट पॉइंट्स सिर्फ खिलाड़ियों के आचरण से ही नहीं, बल्कि स्लो ओवर रेट, अंपायर से बहस, भीड़ या विपक्षी खिलाड़ियों को उकसाना, और नियमित चेतावनियों पर भी दिए जाते हैं। इसके अलावा अगर टीम के कप्तान बार-बार स्लो ओवर रेट के दोषी पाए जाते हैं, तो उन पर भी सस्पेंशन का खतरा मंडराने लगता है।
क्या दिग्वेश राठी पहले खिलाड़ी हैं जिन पर बैन लगा?
नहीं, IPL 2025 में दिग्वेश राठी पहले खिलाड़ी नहीं हैं जिनपर बैन लगाया गया है। इससे पहले भी कई खिलाड़ियों को डिमेरिट पॉइंट्स के कारण सजा मिल चुकी है। IPL अब खिलाड़ियों के बर्ताव पर काफी सख्ती से नजर रखता है, ताकि खेल की गरिमा बनी रहे और मैदान पर अनुशासन बना रहे।
दिग्वेश राठी का मामला यह दिखाता है कि IPL अब खिलाड़ियों की भावनाओं और आचरण को लेकर पहले से कहीं ज्यादा सतर्क है। चाहे खिलाड़ी कितना ही बड़ा स्टार क्यों न हो, अगर वह नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे इसका खामियाज़ा भुगतना ही पड़ता है। यह फैसला आने वाले खिलाड़ियों के लिए भी एक चेतावनी है कि खेल भावना से खिलवाड़ अब महंगा पड़ सकता है।




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