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राजस्थान रॉयल्स पर मैच फिक्सिंग का आरोप हाल ही में उस वक्त उठाया गया जब लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ एक मैच में जीत की उम्मीदों को अचानक ध्वस्त होते देखा गया। इस मैच में राजस्थान को आखिरी ओवर में जीत के लिए 9 रन चाहिए थे, लेकिन टीम केवल 6 रन ही बना पाई, जिससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा। यह लगातार दूसरी बार था जब राजस्थान ने एक जीत के करीब पहुंचकर मैच हारने का शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज किया। इस हार के बाद राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की एड-हॉक कमिटी के संयोजक जयदीप बिहानी ने इस हार पर गहरे सवाल उठाए हैं और टीम पर मैच फिक्सिंग का गंभीर आरोप लगाया है।
जयदीप बिहानी ने आरोप लगाया कि राजस्थान रॉयल्स के कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान संजू सैमसन की अगुवाई में टीम ने जानबूझकर यह मैच हारने का प्रयास किया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा नियुक्त एड-हॉक समिति को आईपीएल के दौरान राजस्थान टीम के मामलों पर नियंत्रण रखने का पूरा अधिकार था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उनका कहना था कि आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के मामलों को जिला परिषद के हाथ में क्यों सौंपा गया, जबकि बीसीसीआई ने पहले राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) को पत्र भेजा था। अगर एमओयू का मसला था, तो क्या इसका मतलब यह था कि हर मैच के लिए जिला परिषद को भुगतान करना जरूरी था?
इस मैच की अहमियत को देखते हुए राजस्थान की हार पर सभी की नजरें थीं। चोट के कारण कप्तान संजू सैमसन इस मैच में टीम से बाहर थे, और उनकी जगह रियान पराग को कप्तानी का जिम्मा सौंपा गया था। 14 साल के युवा खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी को इस मैच में डेब्यू का मौका दिया गया था, और उन्होंने अपनी शुरुआत में शानदार प्रदर्शन किया। राजस्थान को 181 रनों का लक्ष्य था और वैभव तथा यशस्वी जायसवाल ने पहले विकेट के लिए 85 रनों की साझेदारी करके टीम को शानदार शुरुआत दी। वैभव ने डेब्यू मैच में 20 गेंदों पर 34 रन बनाए, लेकिन 9वें ओवर की चौथी गेंद पर वह आउट हो गए।
राजस्थान को जीत के लिए अब 18 गेंदों में 25 रन चाहिए थे और यशस्वी जायसवाल 74 रन बनाकर क्रीज पर थे, जबकि रियान पराग ने 38 रन बना रखे थे। लेकिन फिर 18वें ओवर में आवेश खान ने यशस्वी को बोल्ड किया और अगले ही गेंद पर रियान पराग को एलबीडबल्यू कर दिया। इस ओवर में आवेश खान ने सिर्फ 5 रन दिए थे, और इस तरह राजस्थान की उम्मीदें और भी कम हो गईं। अंतिम ओवर में राजस्थान को जीत के लिए 9 रन बनाने थे, लेकिन टीम सिर्फ 2 रन से हार गई। इससे पहले, 16 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ भी ऐसा ही एक मैच हुआ था, जब राजस्थान को जीत के लिए आखिरी ओवर में 9 रन चाहिए थे, लेकिन वे सिर्फ 8 रन ही बना पाए थे। इसके बाद सुपर ओवर में राजस्थान ने 11 रन बनाए, लेकिन दिल्ली ने 4 गेंदों में ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया और जीत दर्ज की।
इन हारों ने राजस्थान रॉयल्स पर सवाल उठाने के लिए मजबूर कर दिया है, और अब यह देखा जाएगा कि इस पर आगे क्या कदम उठाए जाते हैं। जयदीप बिहानी के आरोपों ने राजस्थान के मैच फिक्सिंग पर सवाल उठाए हैं, जो टीम और इसके अधिकारियों के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं।




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