युवराज सिंह के खिलाफ संगीन धाराओं में दर्ज हुई FIR, जानिए एक टिप्पणी ने कैसे खड़ी की मुसीबत

क्रिकेटर युवराज सिंह की इस वक्त मुसीबत बढ़ती हुई नजर आई है। जानिए कैसे पिछले साल की गई एक टिप्पणी को लेकर मुसीबत में पड़ गए हैं युवराज।

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क्रिकेट की दुनिया से जुड़ी एक बेहद ही गंभीर और बड़ी खबर इस वक्त सामने आई है। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह पिछले साल की एक अपमानजनक टिप्पणी की वजह से मुसीबत में आ गए हैं। दरअसल 2020 में युवराज ने दलित समाज को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी, जिसे लेकर अब हरियाणा पुलिस की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई है। ये एफआईआर दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर दर्ज की गई है।

ऐसा कहा जा रहा है कि युवराज को लेकर शिकायत कम से कम 8 महीने पहले की गई थी, लेकिन उस पर रपट अब लिखी गई है। युवराज के खिलाफ ये एफआईआर हिसार के हांसी शहर में दर्ज की गई है। युवराज पर कई संगीन धाराओं पर रपट लिखी गई है, जिनमें आईपीसी की धारा 153, 153 A, 295, 505 के अलावा SC/ST एक्‍ट शामिल हैं।

दरअसल ये पूरा मामला जून महीने से जुड़ा हुआ जब टीम इंडिया के मौजूद ओपनर रोहित शर्मा के साथ हुई इंस्टाग्राम लाइव चैट से जुड़ा है। युवराज सिंह पर आरोप है कि उन्होंने इस चैट के वक्त जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया था। युवराज सिंह रोहित से चैट करते हुए बोला कि कुलदीप भी ऑनलाइन आ गया है। इस पर रोहित शर्मा बोलते हैं कि कुलदीप ऑनलाइन है, ये सब ऑनलाइन हैं ये सब ऐसे ही बैठे हुए हैं। वहीं इतने में युवराज सिंह ने कहा ये भंगी लोगों को कोई काम नहीं है युजी (युजवेंद्र चहल) को। बस सारा विवाद यही से ही पैदा होता हुआ नजर आया। युजवेंद्र चहल को जातिसूचत शब्द कहे जाने को लेकर लोगों के बीच काफी ज्यादा गुस्सा बना हुआ है। इतना ही नहीं ट्विटर पर युवराज सिंह माफी मांगो ट्रेंड कर रहा है। बाद में युवराज ने इस पर माफी भी मांगी।

उसी वक्त शिकायतकर्ता ने हिसार जिले के हांसी शहर थाने में एफआईआर दर्ज करने और युवराज सिंह को गिरफ्तार करने की मांग की थी। लेकिन पुलिस की तरफ से लंबे वक्त तक इस पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद शिकायतकर्ता कलसन ने अदालत का रास्ता अपनाया। कोर्ट के आदेश के बाद ही हरियाणा पुलिस ने युवराज के खिलाफ अब जाकर एफआईआर दर्ज कर ली है।

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