धार्मिक स्थलों के लिए उत्तरप्रदेश दुनियाभर में प्रसिद्ध, जानें स्थानों के नाम यहां

इलाहाबाद में हर 12 वर्ष में कुंभ का मेला लगता है जिसके कारण ये पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है इसके अलावा यहां अर्धकुंभ का मेला भी लगता है।

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भारत एक ऐसा देश जहां हर धर्म को समानता दी गई है, दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जहां विभिन्न प्रकार का खान-पान, रहन-सहन, भाषाएं आदि हैं।  भारत के हर राज्य की अपनी महत्वता भी है। अगर आप धार्मिक प्रवर्ति के हैं और भगवान के दर्शनों के लिए जाना चाहते हैं तो उत्तर प्रदेश से अच्छा विकल्प नहीं हो सकता। ये एक ऐसा राज्य हैं जहां बहुत से धार्मिक स्थल मौजूद हैं। भगवन श्री कृष्ण, भगवान राम अभी का यहां वास है। तो चलिए आज की  इस कड़ी में हम आपको बताते हैं उत्तरप्रदेश के प्रुमख धार्मिक स्थलों के बारे में जहां जाकर आपका मन मंत्रमुग्ध हो जायेगा। उत्तर प्रदेश की इस प्राचीन धरती पर अनेक संस्कृतियां और परंपराएं पली-बढ़ी हैं।


इलाहाबाद

उत्तर प्रदेश के धार्मिक सफर में सबसे पहले  इलाहाबाद का नाम आता है। इलाहबाद को तीर्थराज भी कहते हैं यानी सभी तीर्थों में सर्वश्रेष्ठ।  इलाहाबाद की सबसे अनोखी बात है कि यहां तीन प्रमुख नदियों सरस्वती, यमुना, गंगा का संगम। यह भारत के सबसे पुराने शहरों और तीर्थस्थलों में से एक है। इलाहाबाद में हर 12 वर्ष में कुंभ का मेला लगता है जिसके कारण ये पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है इसके अलावा यहां अर्धकुंभ का मेला भी लगता है। इलाहाबाद उत्तर प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। मंदिर के अलावा भी यहां  घूमने के लिए बहुत कुछ है जैसे- संगम, इलाहाबाद म्यूजियम,स्वराज भवन, यूनिवर्सिटी ऑफ इलाहाबाद, खुसरो बाग, इलाहाबाद का किल, आनंद भवन आदि। 




अयोध्या 

श्री राम की जन्मभूमि पवन धरती अयोध्या भी उत्तर प्रदेश में ही है। अयोध्या में श्री राम का जन्म हुआ था। अभी कुछ दिनों पहले तक यहाँ मंदिर को लेकर बहुत विवाद चल रहा था।  कई सालों तक चले उस विवाद के बाद आखिरकार हिन्दू जी आस्था की बिजय हुई और अब अयोध्या में भव्य राम मन्दिर बन रहा है। इसके अलावा भी अयोध्या को स्मार्ट सिटी और हाईटेक सिटी बन रहे हैं। 



मथुरा

मथुरा, भगवान कृष्ण के जन्मस्थान के तौर पर जाना जाता है। यह पावन स्थान यूपी  में यमुना नदी के किनारे से बसा हुआ है। यह दिल्ली से 145 किमी. दूर स्थित है। आगरा से उत्तर पश्चिम में 58 किमी. दूर है। मथुरा में श्री कृष्ण की लीलाओं को दर्शाया गया है जिसे देख कर आप मत्रमुग्ध हो जाएंगे। मथुरा का बांके  बिहारी मंडिया पूरे देश में मशहूर है दूर-दूर से लोग इसके दरशन को आते हैं। मथुरा के नज़दीक ही वृंदावन भी एक जगह है और यह मथुरा से मात्र 15 किमी. दूर पर बसा है। हिंदू श्रद्धालुओं के लिए वृंदावन भी मथुरा की तरह ही आस्था का केंद्र है। 




कुशीनगर


कुशीनगर बौद्ध श्रद्धालुओं के लिए सबसे प्रमुख तीर्थ स्थलों में आता है इसकी मान्यता सबसे ज्यादा है।यहां पर भगवान बुद्ध से संबंधित स्मारक तीन समूहों में बने हुए हैं। इसमें मुख्य स्मारक निर्वाण मंदिर का  है। यहां पर भगवन बुद्ध को समर्पित किया हुआ स्तूप और मठ भी है। दक्षिण और पश्चिम में क्रमशः  माथाकुंवर मंदिर और रामभर स्तूप स्थित हैं। 

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