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26/11 मुंबई हमाले के मास्टरमाइंड और ग्लोबल टेररिस्ट अब्दुल रहमान मक्की की शुक्रवार को लाहौर में मौत हो गई है।
मुंबई हमाले के गुहनगार
अब्दुल रहमान लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ और संगठन के टेरर फंडिंग की हार्ट अटैक
से मौत हो गई है। 2023 में अमेरिका ने मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया
था। इसी के साथ (United Nations
Security Council) ने
मक्की की 1267 ISSI और अल-कायदा प्रतिबंध समिति के तहत आंतकि घोषित
किया था। इसी के साथ इसकी विदेश यात्रा ,प्रोपर्टी, और हथियारों पर
रोक लगा दी गई थी।
लश्कर-ए-तैयबा
एशिया का सबसे बड़ा इस्लामी आंतकवादी संगठनों में से एक है। इस संगठन ने भारत में
कई बड़े हमले किए हैं।26/11 मुंबई हमला (2008): 26 नवंबर, 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई के कई हाई प्रोफाइल जगहों
पर आतंकि हमले किए थे, जिनमें ताज होटल, ओबेरॉय
ट्राइडेंट होटल, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, लियोपोल्ड कैफे, नरीमन हाउस, कामा
अस्पताल और मेट्रो सिनेमा शामिल थे।
लाल किला हमला 2000: 22 दिसंबर 2000, को
लश्कर के 6 आंतकियों ने लाल किले में घुसकर फायरिंग की, जिसमें
2 अर्मी सैनिक और 1 आम नागरिक की मौत हो गई।
इसी के साथ लश्कर संगठन
ने रामपुर हमला (2008), बांदीपोरा
हमला, बारामूला हमला (2018), शुजात
बुखारी की हत्या (2018) के साथ श्रीनगर CRPF कैंप हमला जिसमें 13 फरवरी 2018 को एक जवान और
एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था।
15 मई 2019 को
पाकिस्तान ने अब्दुल रहमान मक्की को गिरफ्तार किया। 2020 में इसके खिलाफ टेरर
फंडिंग का आरोप लगा था हालांकि अब अब्दुल रहमान की मृत्यु हो चुकी है। जिसका असर
लश्कर-ए-तैयबा के संगठन की गतिविधियों जरुर पड़ेगा।




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