होली से पहले महंगाई की मार, बिगड़ रहा आम लोगों का बजट

होली पर्व के नजदीक आते ही रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान छूने लगे हैं. इससे गरीबों का बजट गड़बड़ा गया है. दस दिन के अंदर खोया, रिफाइंड, मेवा के दामों में भारी उछाल आया है.

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होली पर्व के नजदीक आते ही रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान छूने लगे हैं. इससे गरीबों का बजट गड़बड़ा गया है. दस दिन के अंदर खोया, रिफाइंड, मेवा के दामों में भारी उछाल आया है. रिफाइंड में एक सप्ताह के अंदर 12 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है. शक्कर, मैदा के दाम भी तेजी से ऊपर चढ़े हैं.

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रोजमर्रा की चीजें हुई महंगी

आपको बता दें कि, 240 रुपए प्रति किलो बिकने वाला खोया पिछले एक सप्ताह में 60 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 300 हो गया है. अन्य जरूरी सामानों के  दामों में इस सप्ताह और उछाल आने की पूरी संभावना है. मिली जानकारी के अनुसार, कस्बे के एक दुकानदार ने बताया की मेवा के दामों में 10 से 20 रुपए तक प्रति किलो का इजाफा हो चुका है. वहीं रिफाइंड एक सप्ताह में 12 रुपए प्रति लीटर बढ़ा है. दुकानदार ने बताया कि, शक्कर व मैदा के दामों में 100 रुपए प्रति कुंटल की वृद्धि हुई हैं. यही नहीं शक्कर व मैदा के दाम और भी बढ़ सकते हैं. रोजमर्रा के सामानों के दाम दिन प्रतिदिन बढ़ने से आम आदमी परेशान हो उठा है.

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दिन-रात बढ़ते दाम में इजाफा

दिन-रात बढ़ते दाम में इजाफा होने से गरीबों की हालत खराब हो गई है. वैसे ही गांव कस्बों में रोजगार का अभाव होता है और नियमित रूप से काम न मिलने के कारण गरीबों का गृहस्थी चलाना मुश्किल हो गया है. इस तरह की महंगाई में होली के रंगों को बैन कर दिया है. क्योंकि इतने महंगे सामान खरीदना आम आदमी के बस से बाहर हों गया है. त्यौहार के नाम पर यह रस्म अदायगी तक सिमट कर रह गया है. सूत्रों के अनुसार, लोगों का कहना है की महंगाई बर्दाश्त से बाहर है. इसपर रोक लगनी चाहिए. तभी आम आदमी का भला होगा.

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