West Bengal: दीदी आज लेंगी CM पद की शपथ, सौरभ गांगुली और दिलीप घोष को न्योता

ममता बनर्जी का शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के टाउन हॉल में होगा.

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CM oath in West Bengal:  पश्चिम बंगाल में भारी बहुमत से जीतने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज 10:45 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी. इस कार्यक्रम में उन्होंने BCCI प्रेसिडेंट और भारत के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली और बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष को भी न्योता दिया है.


जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी का शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के टाउन हॉल में होगा. इसके बाद ममता बनर्जी राज्य सचिवालय जाएंगी. समारोह में प्रशांत किशोर समेत TMC के बड़े नेता शामिल होंगे. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, वाम मोर्चा से विमान बोस, को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया है. कोरोना के कारण आज का शपथ समारोह बड़ा नहीं होने जा रहा है. सीमित लोगों को ही इस कार्यक्रम में बुलाया जा रहा है. साथ ही साथ कोरोना के प्रोटोकॉल का भी पालन किया जा रहा है.


तीसरी बार CM बनेंगी ममता

पश्चिम बंगाल की राजनीति में तहलका मचा देने वाली ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री का पद संभालेंगी. हालांकि, खुद ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से चुनाव हार चुकी हैं. भारतीय संविधान के मुताबिक 6 महीने में वो किसी भी खाली सीट से चुनाव जीतकर एमएलए बन सकती हैं.

कांग्रेस, लेफ्ट के बाद TMC का शासन सबसे ज्यादा

बंगाल ने 1950 से लगातार 17 सालों तक कांग्रेस को सत्ता सौंपी, लेकिन जब राज्य को सियासी उठापटक का सामना करना पड़ा तो 1977 में उसने वामदलों को चुन लिया. इसके बाद बंगाल ने लेफ्ट को एक या दो नहीं, पूरे सात विधानसभा चुनाव जिताए. लेफ्ट ने CPM की अगुआई में भारी बहुमत के साथ पूरे 34 साल राज किया. देखा जाए तो बंगाल की जनता एक ही पार्टी को बार-बार मौका देती है.

लेफ्ट पूरी तरह साफ

एक समय लेफ्ट की पहचान बंगाल से होती थी, मगर स्थिति ऐसी है कि लेफ्ट अपनी अस्तित्व के लिए लड़ रही है. लेफ्ट का दौर खत्म हुआ तो ममता की तृणमूल को सत्ता मिली और वे पिछले दस साल से आरामदायक बहुमत के साथ बंगाल पर राज कर रही हैं. इस बार फिर वे भारी बहुमत के साथ लौट रही हैं.


राज्यपाल से की थीं मुलाकात

सरकार बनाने के लिए ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से मुलाक़ात कर अपनी दावेदारी पेश की. दीदी को 3 मई को पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया था. मीटिंग समाप्त होने के बाद ममता ने कहा था कि पार्टी शपथ ग्रहण का कार्यक्रम साधारण रखेगी. उन्होंने कहा था कि जब तक देश कोरोना से जंग नहीं जीत जाता, हम किसी भी प्रकार का जश्न नहीं मनाएंगे. ये समय जश्न मनाने का नहीं कोरोना से लड़ने का है.

पश्चिम बंगाल की राजनीति ममता बनर्जी के इर्द-गिर्द रह गई है, मगर भाजपा की उपस्थिति से पता चलता है कि राज्य में भाजपा मज़बूत होती दिख रही है. कांग्रेस और लेफ्त पूरी तरह से साफ हो चुकी है. ऐसे में भाजपा ने जनता के दिलों में अपनी जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है. 

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