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देवरिया जिले के लार थाना क्षेत्र के हरखौली गांव निवासी गोरख यादव के अपहृत पुत्र संस्कार यादव का शव पुलिस ने शिक्षक के घर स्थित शौचालय से बरामद किया. गांव से कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक के पोते ने जब घटना की वजह पुलिस को बताई तो आला अधिकारी भी कुछ पल के लिए सोच में पड़ गए. पुलिस हिरासत में आरोपी ने बताया कि पबजी खेलने पर दादा-दादी हमेशा डांटते थे. इससे परेशान होकर उसने दोनों को फंसाने के लिए संस्कार की हत्या कर दी, ताकि मैं उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेज सकूं.
कोचिंग सेंटर नहीं पहुंचा संस्कार
गांव हरखौली निवासी संस्कार यादव तीन बहनों का इकलौता भाई था. वह प्रतिदिन गांव के नरसिंह शर्मा के घर कोचिंग की पढ़ाई करने जाता था. परिजनों के अनुसार संस्कार कोचिंग के लिए गया था, लेकिन घर नहीं लौटा. इस पर परिजन डर गए और उसकी तलाश करने लगे, लेकिन उसका पता नहीं चल सका. पिता कोचिंग सेंटर गए तो सूचना मिली कि संस्कार पढ़ने नहीं आया है.
मांगी पांच लाख की फिरौती
इसके बाद परिजन उसकी तलाश करने लगे. देर शाम गांव के ही एक खेत में एक चिट्ठी मिली. जिस पर लिखा था कि लड़के के पिता गोरख यादव पांच लाख रुपये का इंतजाम कर दें, नहीं तो आपका लड़का रिहा नहीं होगा. यह पत्र मिलते ही परिवार समेत पूरे गांव में हड़कंप मच गया. परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी.




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