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बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से मौत होने का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जहरीली शराब पीने से अब तक 38 लोगों की मौत हो गई है. इस मुद्दे पर राजनीतिक सियासत शुरु हो गई है. बिहार में लगातार बीजेपी नीतीश कुमार को घेर रही है और जवाब मांग रही है. इस बीच नीतीश कुमार ने अपना आपा खो दिया और विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि 'जो नकली शराब पिएगा वह मरेगा ही, लोगों को खुद सचेत रहना होगा. हमने शराबंदी कर रखी है. नीतीश के बयान के बाद से हंगामा शुरु हो गया है. बीजेपी ने नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा है.
शराब शराबबंदी को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर नीतीश कुमार ने कहा, 'सारे दलों ने मिलकर ये फैसला किया था. एक-एक लोगों ने शपथ ली थी. आप कितना भी अच्छा काम कर लें, मगर कोई न कोई गड़बड़ करेगी ही. जब बिहार में शराबंदी नहीं थी, तब भी लोग नकली शराब पीकर मरते थे. इस पर पूरी तरह से एक्शन होगा.
राज्य में एक्टीव हैं शराब माफिया
बिहार में शराब माफिया एक्टीव हैं. राज्य में समय-समय पर जहरीली शराब पीने होने वाली मौतों की वजह से सरकार विपक्ष पर हमलावर रहती है. ताजा मामले में अब तक 39 मौते हो चुकी हैं. बुधवार को विधानसभा में नीतीश कुमार ने राज्य में शराब बंदी और जहरीली शराब को हुई लेकर बीजेपी पर भड़के थे. जिसके बाद बीजेपी के विधायको ने सदन के बाहर धरना प्रदर्शन किया था.
समीर महासेठ का बयान
एक कार्यक्र में महागठबंधन सरकार में RJD के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने जहरीली शराब से हुई मौते पर पत्रकारों ने सवाल पुछा तो मंत्री ने इसके जवाब में बेतुका बयान देते हुए कहा कि 'बिहार में शराबबंदी है, जो भी अवैध शराब बिक रही है वो जहर ही है. इस जहरीली शराब को पीने और मरने से बचने के लिए शरीर में पावर (स्ट्रेंथ) को बढ़ाना होगा. इसके लिए दौड़ना, स्पोर्ट्स एक्टिविटी में ज्यादा हिस्सा लेना होगा.




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