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भारतीय फुटबॉल में सबसे सम्मानित नामों में से एक, लेखक और कमेंटेटर - नोवी कपाड़िया का आज निधन हो गया है. एक युग का अंत: उनकी आत्मा को शांति मिले. वयोवृद्ध टिप्पणीकार, लेखक और फुटबॉल विश्वकोश नोवी कपाड़िया नहीं रहे. उन्होंने दशकों तक भारतीय खेलों में योगदान दिया है और फुटबॉल के लिए उनकी सेवा बेजोड़ है। फुटबॉल प्रेमियों की हमारी पीढ़ी उन्हें हमेशा याद रखेगी.
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जब मैंने पहली बार 'बेयरफुट टू बूट्स: द मेनी लाइव्स ऑफ इंडियन फुटबॉल' पढ़ा, तो मुझे आश्चर्य हुआ कि इस किताब पर कितनी अच्छी तरह से शोध किया गया है. श्री नोवी कपाड़िया सत्ता में आराम करें. जिस आदमी को पढ़-सुनकर मैं बड़ा हुआ हूं. मुझे भारतीय फुटबॉल के बारे में इतना ज्ञान देने के लिए धन्यवाद. एक बहुत बड़ा नुकसान. जब उन्होंने बात की, तो हमने सुना! इंजरी टाइम इंडिया बेहतरीन लोगों में से एक को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय फुटबॉल समुदाय में शामिल हो गया, जिसने अपनी कहानियों और कमेंट्री के माध्यम से सुंदर खेल के बारे में प्रचार किया, नोवी कपाड़िया.
आज दिल्ली में भारतीय फुटबॉल पत्रकारों के दिग्गज नोवी कपाड़िया के निधन की खबर से गहरा दुख हुआ. शीघ्र ही अंतिम संस्कार की व्यवस्था पोस्ट करेंगे. आरआईपी को यह जानकर दुख हुआ कि सर नोवी कपाड़िया नहीं रहे. भारतीय फुटबॉल के ज्ञान का सागर. वह व्यक्ति जिसने वर्षों तक रेडियो और टेलीविजन पर इस खेल का परिचय दिया. हमेशा के लिए हमारे दिल में. #IndianFootball में हमेशा के लिए एक लीजेंड शांति.




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