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कई बैंकिंग शेयरों ने इस साल बढ़ती ब्याज दरों, खुदरा ऋणों के विस्तार और क्रेडिट गुणवत्ता में सुधार के कारण व्यापक बाजार सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन किया है. जानकारों का मानना है कि अगर कोई बड़ा मैक्रो-इकनॉमिक झटका नहीं लगता है तो यह तेजी जारी रहेगी. साल 2022 की शुरुआत से बीएसई बैंक इंडेक्स पांच फीसदी चढ़ा है. इसके विपरीत बीएसई बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स करीब चार फीसदी गिरा है.
अर्थव्यवस्था के मदर सेक्टर
विश्लेषकों ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र को अर्थव्यवस्था के 'मदर सेक्टर' के रूप में जाना जाता है क्योंकि बैंकों का बेहतर प्रदर्शन अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर दिनों का संकेत देता है, लेकिन जब अर्थव्यवस्था खराब स्थिति में होती है, तो बैंकिंग क्षेत्र को भारी नुकसान होता है.
उधारकर्ताओं की ओर से कोई बड़ी चूक
बैंकों के गैर-निष्पादित परिसंपत्ति परिदृश्य में भी सुधार हुआ है और कॉर्पोरेट उधारकर्ताओं की ओर से कोई बड़ी चूक नहीं हुई है. हालांकि जानकारों की माने तो बैंकिंग सेक्टर के लिए कुछ चीजें खराब होने के संकेत मिल रहे हैं, जिसका असर ज्यादातर बैंकों के तिमाही नतीजों में भी देखने को मिला है.




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