पिता से हुआ मनमुटाव तो लगाया सैंडविच का स्टॉल, इस एक्ट्रेस के चलते बदली थी दिलीप कुमार की किस्मत

एक्टर दिलीप कुमार का आज जन्मदिन है। लेकिन इस दिन का वो इस बार जश्न नहीं मानने वाले हैं। उसकी एक बड़ी वजह सामने आई है। जोकि कुछ तरह से है।

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बॉलीवुड की दुनिया में तो वैसे कई सितारे ऐसे रहे हैं, जिन्होंने अपने टैलेंट और महेनत के बल पर जबरदस्त नाम कमाया। लेकिन कुछ एक्टर ऐसे भी रहे हैं, जिन्हें देखकर हमारे आज के सुपर स्टार्स जैसे कि अजय देवगन और शाहरुख खान ने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने के बारे में सोचा। यहां हम बात  कर रहे हैं दिलीप कुमार की। जिन्होंने लोगों के बीच अलग ही छाप छोड़ी है। उनकी एक्टिंग ने सभी को अपना दीवाना बना दिया। यहीं वजह है कि पहले की तरह ही आज की जनरेशन उन्हें पसंद करती है। 

आज दिलीप कुमार का जन्मदिन है। लेकिन इस बार उन्हें जन्मदिन पर किसी भी तरह का कोई जश्न या फिर आयोजन नहीं रखा गया है। खुद उनकी पत्नी और एक्ट्रेस सायरा बानो ने बताया है कि घर में इस साल गम का माहौल होने के चलते उनका जन्मदिन नहीं मनाया जाएगा। ऐसा इसीलिए क्योंकि एक्टर के दो भाई का हाल ही में इंतकाल हुआ था।  इतना ही नहीं फैंस से ये भी अपील की गई है कि उन्हें गिफ्ट या कुछ भी उपहार के तौर पर न भेजे। लेकिन आइए यहां जानते हैं दिलीप कुमार की जिंदगी से जुड़े कुछ ऐसे पहलुओं के बारे में जिसके वो चलते हमेशा छाए रहे हैं।

- 11 दिसंबर 1922 को दिलीप कुमार का जन्म पेशावर (जोकि अब पाकिस्तान) में हुआ था।

- एक्टर का असली नाम मोहम्मद युसूफ खान है और उनके 12 भाई-बहन थे।

- दिलीप कुमार के पिता फल बेचने का काम किया करते थे और मां आयशा एक गृहिणी थी।

-नासिक के पास के किसी स्कूल से एक्टर ने अपनी पढ़ाई की थी। बाद में 1930 में पूरा परिवार बॉम्बे शिफ्ट हुआ।

- पिता के साथ मनमुटाव रहने के चलते एक्टर घर छोड़कर पुणे चले गए थे।

- एक कैंटीन के मालिक ताज मोहम्मद शाह से हुई मुलाकात और एक्टर ने आर्मी क्लब में लगाया सैंडविच स्टाल।

-इसके बाद एक बार देविका रानी से उनकी मुलाकात हुई और उन्होंने यूसुफ को सलाह दी की वो फिल्मों में काम करें।

- बाद में एक्टर की मुलाकात डॉ. मसानी से हुई और उन्होंने भी वही बात बोली जो देविका ने बोली थी। इसके बाद वो देविका रानी के स्टूडियो पहुंच गए और वहां उन्हें नौकरी मिल गई। तब उनकी सैलरी 1250 रुपए थे।

- देविका रानी को मोहम्मद युसुफ खान कुछ हीरो वाला नाम नहीं लगता था। इसीलिए उन्होंने कुछ राइटरों से कहकर उनके लिए नाम सुझाने को कहा।

- 1944 में उनकी फिल्म ज्वार भाटा रिलीज हुई। लेकिन वो कुछ खास नहीं चली।

- इसके बाद उनकी दूसरी फिल्म प्रतिमा वो भी फ्लॉप रही। लेकिन बाद में नितिन बोस की डायरेक्टर की गई फिल्म मिलन आई जोकि दिलीप कुमार की हिट फिल्म साबित हुई।

- बाद में एक्टर ने दाग, आन, देवदास, मुगल ए अजाम जैसे कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। केवल 25 साल की उम्र में ही वो देश के एक नंबर वन एक्टर बन गए थे।

- आपको ये जानकार हैरान होगी कि एक्टर को 19 बार फिल्मफेयर नॉमिनेशन में शामिल किया गया। 8 बार फिल्म फेयर अवॉर्ड से नवाज गया। इसके अलावा उन्हें दादा फल्के अवॉर्ड, पद्मभूषण अवॉर्ड और कई सर्वोच्च सम्मान भी हासिल हुए। 

- 1966 में एक्टर ने सायरा बानो से शादी की थी। उस वक्त  सायरा बानो की उम्र सिर्फ 22 साल थी और दिलीप कुमार की 44 वर्ष।

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