Story Content
काल भैरव जयंती पर करें ये उपाय, शत्रु होंगे खत्म!
काल भैरव जयंती, जिसे भैरव अष्टमी या कालाष्टमी भी कहते हैं। यह भगवान शिव के रौद्र स्वरूप काल भैरव को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन उनकी उपासना करने से सभी प्रकार के भय, शत्रु और बाधाएं दूर होती हैं। इसके अलावा जिन लोगों की कुंडली में राहु-केतु या शनि दोष होता है, उनके लिए इस दिन भैरव जी की पूजा बहुत लाभकारी मानी जाती है। काल भैरव मंदिर में या घर पर ही सरसों के तेल का दीपक जलाकर भैरव बाबा का ध्यान करें। जलेबी, उड़द की दाल के पकौड़े और नारियल का भोग लगाएं और अष्टक का पाठ करे. जयंती के दिन विशेष रूप से काले रंग के कुत्तों को मीठी रोटी, दूध या दही-चावल खिलाना चाहिए। मान्यता है कि कुत्तों को भोजन कराने से बाबा काल भैरव बहुत खुश होते हैं और आपके सभी शत्रुओं को शांत कर देते हैं।




Comments
Add a Comment:
No comments available.