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राज कपूर और ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ से जुड़ा दिलचस्प किस्सा
बॉलीवुड के शोमैन राज कपूर का नाम भारतीय सिनेमा के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। बतौर एक्टर और डायरेक्टर, उन्होंने कई ऐतिहासिक और सुपरहिट फिल्में दीं, जो आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई हैं। महज 10 साल की उम्र में अपने फिल्मी सफर की शुरुआत करने वाले राज कपूर न केवल अपनी प्रोफेशनल लाइफ बल्कि पर्सनल लाइफ और अनोखी आदतों को लेकर भी सुर्खियों में रहे।
फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ और अंधविश्वास
राज कपूर अपने परिवार के कई सदस्यों को इंडस्ट्री में लेकर आए, जिनमें उनके भाई शशि कपूर भी शामिल थे। 1978 में उन्होंने अपनी सबसे चर्चित फिल्मों में से एक ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ बनाई, जिसमें शशि कपूर, जीनत अमान और पद्मिनी कोल्हापुरे ने अहम भूमिकाएं निभाईं।
फिल्म की रिलीज से पहले राज कपूर के व्यवहार में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला। रिपोर्ट्स के अनुसार, वे अंधविश्वासी हो गए थे। आमतौर पर जिंदगी का भरपूर आनंद लेने वाले राज कपूर ने फिल्म की सफलता के लिए शराब और नॉनवेज खाना पूरी तरह छोड़ दिया था। उनका मानना था कि इन चीजों को त्यागने से उनकी फिल्म को सफलता मिलेगी। दिलचस्प बात यह है कि फिल्म रिलीज होते ही ब्लॉकबस्टर साबित हुई और उनकी मेहनत रंग लाई।
‘सत्यम शिवम सुंदरम’ के बोल्ड सीन बने चर्चा का विषय
फिल्म की कहानी जितनी दमदार थी, उतनी ही चर्चित इसके गाने और बोल्ड सीन भी थे। जीनत अमान द्वारा झरने के नीचे फिल्माया गया साड़ी वाला सीन आज भी बॉलीवुड के सबसे चर्चित दृश्यों में से एक माना जाता है। फिल्म के गाने ‘सत्यम शिवम सुंदरम’, ‘यशोमती मैया से बोले नंदलाला’ और ‘भवरे ने खिलाया फूल’ सुपरहिट रहे थे।
राज कपूर का फिल्मी सफर
राज कपूर ने ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ के अलावा ‘राम तेरी गंगा मैली’, ‘बॉबी’, ‘मेरा नाम जोकर’ जैसी कई यादगार फिल्मों का निर्देशन किया। इन फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई बल्कि उन्हें फिल्म इंडस्ट्री का शोमैन भी बना दिया। उनकी फिल्में हमेशा मनोरंजन, सामाजिक संदेश और अद्भुत निर्देशन का बेजोड़ संगम रही हैं।
राज कपूर की ये अनोखी आदतें और उनकी फिल्मों से जुड़ी कहानियां आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रहती हैं।




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