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चंद्रग्रहण का सूतक काल हुआ शुरू, जानिए भारत में कब दिखेगा

साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को लगने जा रहा है. हालाँकि, ग्रहण का पहला स्पर्श 28 अक्टूबर की रात 11:32 बजे है.

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Image Credit: प्रतीकात्मक तस्वीर
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By Taniya Instafeed | खबरें - 28 October 2023

साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को लगने जा रहा है. हालाँकि, ग्रहण का पहला स्पर्श 28 अक्टूबर की रात 11:32 बजे है. चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को दोपहर 1:06 बजे शुरू होगा और 2:22 बजे समाप्त होगा. ग्रहण एक घंटे 16 मिनट तक रहेगा. चंद्र ग्रहण का सूतक काल आज शाम 4:06 बजे शुरू हो गया. सूतक काल नौ घंटे का होगा. इसकी समाप्ति दोपहर 2 बजकर 22 मिनट पर होगी.

ग्रहण का पहला स्पर्श

सूतक काल के दौरान मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं. सूतक काल शुरू होने के साथ ही उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए गए हैं. जब सूर्य पृथ्वी और चंद्रमा के बीच आ जाता है तो चंद्र ग्रहण होता है. यह चंद्र ग्रहण इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है. भोजन को लेकर शास्त्रों में विशेष दिशानिर्देश दिए गए हैं. ऐसा माना जाता है कि ग्रहण शुरू होने के बाद भोजन नहीं करना चाहिए. इसके पीछे एक वैज्ञानिक मत यह भी है कि ग्रहण के दौरान ऐसी ऊर्जा निकलती है जो शरीर पर भी असर डाल सकती है.

मंदिरों में पूजा-अर्चना 

चंद्र ग्रहण 2023 का सूतक काल शुरू हो गया है. सूतक शुरू होते ही देश के सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं. सूतक काल का प्रभाव 9 घंटे तक रहेगा. ग्रहण के मोक्ष के बाद मंदिरों में पूजा-अर्चना की जाएगी. आज चंद्र ग्रहण लग रहा है, चंद्र ग्रहण में सूतक काल का विशेष महत्व होता है, जो शाम 4.05 बजे से शुरू हो गया है. सूतक काल के दौरान शुभ कार्य नहीं किये जाते हैं. सूतक काल के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.

सूतक काल के दौरान शुभ कार्य नहीं

चंद्र ग्रहण के दिन पूजा-पाठ और ध्यान करने से विशेष फल मिलता है और यह शुभ भी माना जाता है. इस दिन भगवान की पूजा करें, मंत्रों का जाप करें और कोशिश करें कि अपना ज्यादातर समय मौन रहकर व्यतीत करें, ऐसा करना अच्छा होता है. शरद पूर्णिमा के दिन खीर बनाने का महत्व है, लेकिन चंद्र ग्रहण शुरू होने से लेकर ग्रहण खत्म होने तक न तो खीर बनानी चाहिए और न ही उसे चांदनी में रखना चाहिए. ऐसे में सूतक काल शुरू होने से पहले गाय के दूध में कुशा या तुलसी के पत्ते डालकर खीर बनाएं. फिर इसे ढककर रख दें. इससे दूध शुद्ध रहेगा.


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