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अहमदाबाद और सूरत में अवैध प्रवासियों के खिलाफ पुलिस का बड़ा एक्शन, 500 से ज्यादा संदिग्ध हिरासत में
गुजरात के अहमदाबाद और सूरत में शनिवार (26 अप्रैल) को तड़के पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। अवैध रूप से भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ यह अभियान क्राइम ब्रांच और एसओजी समेत कई एजेंसियों की संयुक्त टीमों द्वारा चलाया गया। इस ऑपरेशन में 500 से अधिक संदिग्ध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें अधिकतर बांग्लादेशी नागरिक बताए जा रहे हैं।
सुबह 3 बजे से चला तलाशी अभियान
अहमदाबाद में यह अभियान शनिवार की सुबह 3 बजे शुरू हुआ और दिनभर जारी रहा। क्राइम ब्रांच, एसओजी, ईओडब्ल्यू, जोन 6 और मुख्यालय की पुलिस टीमों ने मिलकर विभिन्न इलाकों में छापेमारी की। डीसीपी क्राइम ब्रांच अजीत राजियन ने जानकारी दी कि इस व्यापक तलाशी अभियान में अब तक 400 से ज्यादा संदिग्धों को पकड़ा गया है, जिनके पास वैध दस्तावेज नहीं थे।
जाली दस्तावेजों के जरिए रह रहे थे भारत में
पुलिस जांच में सामने आया है कि इन अवैध प्रवासियों ने भारत में रहने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया था। अहमदाबाद के चंदोला क्षेत्र में खुफिया सूचना के आधार पर बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की गई। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनके दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है और सत्यापन के बाद उन्हें उनके देश भेजे जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
गृह मंत्रालय और डीजीपी के निर्देश पर कार्रवाई
संयुक्त पुलिस आयुक्त शरद सिंघल ने बताया कि यह अभियान गृह मंत्रालय, पुलिस कमिश्नर और डीजीपी के निर्देशों के अनुसार चलाया गया। अप्रैल 2024 से अब तक दो प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं, जिनमें 127 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें से 77 लोगों को पहले ही डिपोर्ट किया जा चुका है।
सूरत में भी चला बड़ा ऑपरेशन
अहमदाबाद के साथ-साथ सूरत में भी एसओजी ने कार्रवाई की। पुलिस उपायुक्त राजदीप सिंह नकुम ने बताया कि सूरत में 100 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है। यह लोग भी जाली दस्तावेजों के सहारे शहर में रह रहे थे। जांच के बाद इन्हें डिपोर्ट करने की प्रक्रिया की जाएगी।
मानव तस्करी की कड़ी जांच शुरू
अधिकारियों का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर अवैध अप्रवासियों की मौजूदगी एक संगठित मानव तस्करी नेटवर्क की ओर इशारा करती है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इन लोगों को भारत तक लाने और फर्जी दस्तावेज बनवाने में कौन-कौन शामिल हैं। इस नेटवर्क की तह तक जाने के लिए आगे की छानबीन जारी है।
स्थानीय निवासियों से अपील
पुलिस प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे अपने इलाके में रहने वाले संदिग्ध लोगों की जानकारी पुलिस को दें। इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखना नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा को पुख्ता करना भी है।




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