लखीमपुर खीरी हिंसा के आरोपी आशीष मिश्रा को हुआ डेंगू

लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की हत्या की घटना के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की तबीयत ठीक नहीं है.

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लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की हत्या की घटना के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की तबीयत ठीक नहीं है. आशीष में डेंगू जैसे लक्षण दिखने के बाद सैंपल को डेंगू की पुष्टि के लिए लैब भेजा गया है. देर शाम रिपोर्ट नहीं आई. जेल सूत्रों के मुताबिक आशीष मिश्रा को जिला जेल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. लखीमपुर खीरी जेल में बंद आशीष मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'तेनी' के पुत्र हैं.


लखीमपुर खीरी जिला जेल के अधीक्षक पीपी सिंह ने कहा कि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि वह (आशीष मिश्रा) डेंगू से पीड़ित हैं या नहीं. उसका नमूना जांच के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद तस्वीर साफ हो सकेगी. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अब तक केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.


आशीष मिश्रा की रिमांड 24 अक्टूबर तक बढ़ी, 8 आरोपियों से आमने-सामने होगी पुलिस

लखीमपुर तिकुनिया मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत चार आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. एसआईटी ने शुक्रवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया था. अदालत ने आशीष के साथ अंकित दास, लतीफ उर्फ ​​काले और शेखर भारती की पुलिस रिमांड स्वीकार कर ली. लखीमपुर हिंसा मामले में सुमित जायसवाल समेत चार आरोपी पहले से ही पुलिस रिमांड में हैं. इन सभी से पूरे घटनाक्रम के बारे में पूछताछ की जा रही है.


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उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव दौरे के खिलाफ लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में तीन अक्टूबर को भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. किसानों का आरोप है कि किसानों को उनके वाहनों ने कुचलकर मार डाला. उन्होंने दावा किया है कि जिस वाहन में किसानों को कुचला गया, उसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का पुत्र आशीष मिश्रा भी बैठा था. किसानों का कहना है कि किसान शांति से सड़क पर जा रहे थे तभी वाहन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई. किसान नेता राकेश टिकैत का आरोप है कि किसानों को जानबूझकर कार पर चढ़ाया गया.

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