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पिछले सप्ताह ठाणे में महिलाओं के लिए पतंजलि समूह के नि:शुल्क योग प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र ठाणे सांसद श्रीकांत शिंदे और भारतीय जनता पार्टी के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस और अन्य प्रमुख हस्तियां मौजूद थीं रामदेव ने कहा था कि महिलाएं साड़ियों में अच्छी लगती हैं, सलवार सूट में अच्छी लगती हैं और मेरी राय में बिना कुछ पहने ही अच्छी लगती हैं. उनकी भद्दी टिप्पणियों ने राज्य में एक नया विवाद खड़ा कर दिया.
महिलाओं को सम्मान
समय सीमा के भीतर, योगगुरु रामदेव ने महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (MSCW) की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर को यह तर्क देते हुए जवाब दिया कि उन्होंने राज्य पैनल के किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है, और उन्होंने हमेशा सभी क्षेत्रों में महिलाओं को सम्मान दिया है. वे आए हैं और इसके साथ ही उन्होंने उन्हें समानता दिलाने के लिए वैश्विक स्तर पर अभियान चलाया है.
नीतियों का समर्थन
MSCW अध्यक्ष ने कहा कि आयोग को उसके नोटिस पर रामदेव का जवाब मिल गया है और अगर कोई और आपत्ति या शिकायत है तो आयोग पूरी जांच करेगा और पिछले सप्ताह हुए कार्यक्रम की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग भी प्राप्त करेगा. बाबा रामदेव ने कहा कि मैंने भी सरकार की 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसी विभिन्न नीतियों का समर्थन किया है, उन्हें प्रोत्साहित किया है और उन्हें सशक्त बनाने के लिए कई संगठनों के साथ काम किया है.
महिलाओं के पक्ष में कई बातें
उन्होंने कहा कि उनका कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण की थीम पर आधारित था और उन्होंने इस कार्यक्रम में एक घंटे से अधिक समय तक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने महिलाओं के पक्ष में कई बातें कहीं, लेकिन उनके कुछ सेकेंड के बयान पर वीडियो क्लिप वायरल हो गई. गलत मंशा से पेश किया. बाबा रामदेव ने कहा कि उनके मन में मां और मातृशक्ति के प्रति सर्वोच्च सम्मान है. पोशाक पर टिप्पणी 'सादे कपड़े' के लिए थी. अगर इससे किसी की भावना को ठेस पहुंची हो तो मुझे गहरा खेद है.




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