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नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र के दौरान केंद्र सरकार ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी (Oxygen Shortage)से किसी की मौत नहीं हुई है. इसके बाद देश की सियासत में भूचाल आ गया है. यही नहीं, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के साथ तमाम दल भाजपा सरकार पर हमला कर रहे हैं, तो केंद्र सरकार की तरफ से भी पलटवार किया जा रहा है. इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली और देश के कई जगहों पर ऑक्सीजन की कमी से मौतें हुईं. ऑक्सीजन की कमी से जो मौतें हुई हैं उन्हें 5 लाख मुआवजा देने के लिए हमने कमेटी बनाई थी, जिसे उपराज्यपाल ने भंग कर दिया.
जबकि भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने पलटवार करते हुए दिल्ली सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा, ' सीएम अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया बताएं कि क्या आपकी सरकार ने केंद्र को जो आंकड़े दिए हैं उसमें से एक भी मरीज की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है, ऐसा लिखकर दिया है क्या?
अगर ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं थी तो अस्पताल अदालत क्यों गए?
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में तथा देश में कई अन्य स्थानों पर ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की जान गई. उन्होंने कहा, ‘अगर ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं थी तो अस्पताल अदालत क्यों गए? अस्पताल और मीडिया रोज ऑक्सीजन की कमी के मुद्दे उठा रहे थे. टेलीविजन चैनलों ने दिखाया कि कैसे अस्पतालों में जीवनदायिनी गैस की कमी थी. यह कहना बिल्कुल गलत है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की जान नहीं गई. दिल्ली तथा देश में कई अन्य स्थानों पर ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की मौत हुई.
बता दें कि संसद के मानसून सत्र के पहले दिन यानी मंगवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने ऑक्सीजन की कमी से देश में होनी वाली मौंतों के सवाल के लिखित उत्तर में बताया कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है. सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना के दौरान हुई मौतों के बारे में सूचित करने के लिए गाइडलाइंस दिये गये थे. हालांकि किसा भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की रिपोर्ट में यह नहीं कहा गया है कि किसी की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई है. बता दें कि उन्होंने ये जवाब कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के सवाल पर दिया. उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा था, 'क्या यह सच है कि कोविड-19 की दूसरी लहर में कई सारे कोरोना मरीज सड़क पर और अस्पताल में इसलिए मर गए क्योंकि ऑक्सीजन की किल्लत थी?




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