Hindi English
Login
Image
Image

Welcome to Instafeed

Latest News, Updates, and Trending Stories

महिला पत्रकार याना मीर ने निकाली पाकिस्तान की हेकड़ी, मलाला की तरह नहीं जो देश छोड़कर भाग जाऊं

कश्मीरी पत्रकार और एक्टिविस्ट याना मीर ने ब्रिटेन की संसद में पाकिस्तान को अपना निशाना बनाते हुए खूब लताड़ा है।

Advertisement
Image Credit: एक्टिविस्ट याना मीर
Instafeed.org

By Taniya Instafeed | खबरें - 23 February 2024

कश्मीरी पत्रकार और एक्टिविस्ट याना मीर ने ब्रिटेन की संसद में पाकिस्तान को अपना निशाना बनाते हुए खूब लताड़ा है। उन्होंने ब्रिटेन की संसद में कहा है कि, मैं अपनी मातृभूमि कश्मीर में बिल्कुल सुरक्षित हूं जो भारत का अभिन्न हिस्सा है मुझे कभी भी भागकर आपके देश में शरण लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने से बाज नहीं आ रहा है वह अपनी मनगढ़ंत कहानी बना रहा है, जिसका तीखा जवाब याना मीर ने दिया है। बता दें कि, कश्मीर में रहने वाली पत्रकार याना मीर ने पाकिस्तान को भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने पर जमकर पलटवार किया है।

याना मीर को किया गया सम्मानित

अधिक जानकारी के लिए बता दें कि, पत्रकार याना ने अपनी तुलना मलाला युसूफजई से की है और कहां है कि मैं मलाला नहीं हूं, मैं अपने देश में सुरक्षित हूं। इसके अलावा पाकिस्तान को निशाना बनाते हुए मीर का कहना है कि, कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और मैं वहां स्वतंत्र और सुरक्षित हूं। इस दौरान संसद में उन्होंने युवाओं के विकास में भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना की है। सूत्रों के मुताबिक, कश्मीरी पत्रकार और एक्टिविस्ट याना मीर को यूके पार्लियामेंट द्वारा आयोजित 'संकल्प दिवस' में सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा मीर को जम्मू-कश्मीर में विविधता को बढ़ावा देने के लिए डाइवर्सिटी एंबेसडर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

कभी नहीं बनूंगी मलाला - याना मीर

ब्रिटेन की संसद में मीर ने पाकिस्तान पर जमकर हल्ला बोला है उन्होंने कहा है कि, वह मलाला नहीं है जिसे आतंकवाद की धमकियों के कारण अपना देश ही छोड़ना पड़े। मैं कभी भी मलाला यूसुफजई नहीं बनूंगी, मलाला द्वारा मेरे देश और मेरी मातृभूमि कश्मीर को उत्पीड़ित कहकर बदनाम करने की साजिश से मुझे आपत्ति है। मुझे सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के ऐसे सभी टूलकिट सदस्यों से आपत्ति है, जिन्होंने कभी कश्मीर जाने की परवाह नहीं की लेकिन उत्पीड़न की कहानियां गढ़ते रहे हैं।

Advertisement
Image
Advertisement
Comments

No comments available.