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चिराग पासवान के चचेरे भाई प्रिंस पासवान के खिलाफ FIR दर्ज, यौन उत्पीड़न का लगा आरोप

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सांसद और चिराग पासवान के चचेरे भाई प्रिंस पासवान मुश्किल में हैं. समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज पर एक लड़की ने सनसनीखेज यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

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By Asna | खबरें - 16 June 2021

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सांसद और चिराग पासवान के चचेरे भाई प्रिंस पासवान मुश्किल में हैं. समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज पर एक लड़की ने सनसनीखेज यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने प्रिंस के खिलाफ यौन शोषण के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है.

प्रिंस के खिलाफ एक लड़की ने नई दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. लड़की का आरोप है कि प्रिंस पासवान ने पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. लड़की का आरोप है कि वह पानी पीने के बाद बेहोश हो गई और बेहोशी की हालत में उसके साथ दुष्कर्म किया गया. पीड़िता ने 15 जून को दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने तीन पन्नों में अपनी आपबीती सुनाई.

पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है

लड़की का आरोप है कि शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण किया गया और उसका वीडियो बना लिया गया. दिल्ली पुलिस उसकी एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है. लड़की ने कहा, "मैं 15 दिनों से थाने के चक्कर लगा रही हूं.  जब मैं कनॉट प्लेस में पुलिस के पास प्राथमिकी दर्ज कराने जाती हूं तो प्रिंस राज को इस आधार पर मामला दर्ज करने से मना कर दिया जाता है कि वह मौजूदा सांसद हैं. 

दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि अभी शिकायत मिली है. मामले की जांच की जा रही है.  प्रिंस राज चिराग पासवान के दिवंगत चाचा रामचंद्र पासवान के पुत्र हैं. रामचंद्र पासवान के निधन के बाद खाली हुई समस्तीपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर प्रिंस राज सांसद बने हैं. बता दें कि लोजपा में विरोध का सामना कर रहे चिराग पासवान ने मंगलवार दोपहर ट्विटर पर अपने चचेरे भाई और सांसद प्रिंस राज से जुड़े एक मामले का जिक्र करते हुए एक पत्र साझा किया, जिसमें एक महिला ने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. चिराग ने अपने पत्र में लिखा है कि बड़े भाई होने के नाते उन्होंने प्रिंस को पुलिस के पास जाने की सलाह दी थी ताकि झूठ और सच्चाई का पता चल सके और दोषियों को सजा मिल सके. चिराग इस पत्र के माध्यम से यह बताने की कोशिश कर रहे थे कि इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर भी बागी चाचा पशुपति पारस ने कोई सलाह नहीं दी और हैक कर लिया गया, जबकि मामला परिवार के साथ-साथ पार्टी की प्रतिष्ठा से जुड़ा था. 

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