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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की संदिग्ध मौत का मामला गंभीर होता जा रहा है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मनीष की मौत पिटाई से हुई है. इस मामले में 3 पुलिसकर्मियों समेत 6 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, कई पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया गया है. लेकिन अब विपक्ष ने सवाल किया है कि घटना के चार दिन बाद भी इस मामले में किसी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया. इस मुद्दे पर विपक्ष और सरकार के बीच तकरार जारी है.
अखिलेश यादव ने राज्य सरकार को घेरा
समाजवादी पार्टी के मुखिया और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर राज्य सरकार को घेरा. अखिलेश यादव ने लिखा कि 'मनीष गुप्ता हत्याकांड' में पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी न होना यह दिखाता है कि वे फरार नहीं हैं, वे फरार हैं. दरअसल, आरोपी को बचाने के लिए कोई और खुद को नहीं बचा रहा है क्योंकि इसके तार 'रिकवरी-मैकेनिज्म' से जुड़े होने की पूरी संभावना है.'जीरो टॉलरेंस' भी बीजेपी का जुमला है.
‘मनीष गुप्ता हत्याकांड’ में पुलिसवालों की गिरफ़्तारी न होना ये दर्शाता है कि वो फ़रार नहीं हुए हैं उन्हें फ़रार कराया गया है। दरअसल कोई आरोपियों को नहीं बल्कि ख़ुद को बचा रहा है क्योंकि इसके तार ‘वसूली-तंत्र’ से जुड़े होने की पूरी आशंका है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 1, 2021
‘ज़ीरो टालरेंस’ भी भाजपाई जुमला है। pic.twitter.com/BBf4gLDJor




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