ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का नाम बदलकर डोनी पोलो रखा गया, जाने क्या है वजह ?

अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में बनकर तैयाकर हुए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का नाम बदलकर डोनी पोलो एयरपोर्ट करने का फैसला लिया गया है. केन्द्रीय कैबिनेट ने बुधवार को इसे मंजूरी दे दी है. पीएम नरेंद्र मोदी जल्द ही इस एयर पोर्ट को देशवासियों को समर्पित करेंगे.

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अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर  में बनकर तैयार हुए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का नाम बदलकर डोनी पोलो एयरपोर्ट करने का फैसला लिया गया है. केन्द्रीय कैबिनेट ने बुधवार को इसे मंजूरी दे दी है. पीएम नरेंद्र मोदी जल्द ही इस एयर पोर्ट को देशवासियों को समर्पित करेंगे. ग्रीनफील्ड  एयरपोर्ट को ईटानगर के होंगली में बनाया गया है. इस एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस एयरपोर्ट को राज्य और केंद्र सरकार की मदद से 646 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया है.

एक अधिकारिक बयान में बताया गया है कि पीएम मोदी की अगुवाई में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का नाम बदलकर डोनी पोलो एयरपोर्ट करने का फैसला लिया गया है.

नाम बदलने की ये है खास वजह

एयरपोर्ट का नाम बदलने के लिए अरुणाचल प्रदेश सरकार ने एक प्रस्ताव पास करके एयरपोर्ट का नाम डोनी पोली एयरपोर्ट, ईटानगर, करने की मांग की थी. अरुणाचल सरकार द्वारा पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि यह “राज्य की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक डोनी यानी सूर्य और पोलो यानी चंद्रमा के प्रति लोगों की श्रद्धा को दर्शाता है.”

कैबिनेट के इस फैसले का अरुणाचल प्रदेश से केंद्र में कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने स्वागत करते हुए, उन्होंने ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया. उन्होंने ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का नाम डोनी पोलो एयरपोर्ट करने के फैसले का स्वागत करते हुए अरुणाचल प्रदेश के लोगों को बधाई भी दी.


 41,00 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला एयरपोर्ट

केन्द्र सरकार ने इस एयरपोर्ट के निर्माण के लिए जनवरी 2019 में अप्रूवल दिया था. इस एयरपोर्ट को ए-320 कैटगरी के विमानों के संचालन और फ्यूचर में रनवे को 500 मीटर लंबाई तक विस्तार के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे ए-321 कैटगरी के विमानों के संचालन में आसानी हो सके. पीआईबी की मार्च 2022 की प्रेस रिलीज में बताया गया है कि 41,00 वर्गमीटर क्षेत्र में फैले इस एयरपोर्ट पर बिजी शेड्यूल के दौरान 200 यात्रियों को संभालने की क्षमता है. एयरपोर्ट पर आठ चेक-इन काउंटरों से लैस इस टर्मिनल भवन में सभी आधुनिक यात्री सुविधाएं मौजूद होंगी.

2300 मीटर का रनवे

 मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एयरपोर्ट पर रनवे की लंबाई 2,300 मीटर की है. अरुणाचल प्रदेश में बना यह एयरपोर्ट राज्य का पहला ऐसा एयरपोर्ट है जहां बड़े विमानों का संचालन किया जा सकेगा. यह राज्य का पासीघाट और तेजू एयरपोर्ट के बाद तीसरा एयरपोर्ट है. सिविल एविएशन मिनिस्ट्री की वेबसाइट के मुताबिक देशभर में हालिया समय में 131 ऑपरेशनल एयरपोर्ट हैं.


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