जानिए क्या है कोल स्मगलिंग केस जिसके चलते CBI के निशाने पर आए अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी

कोयले घोटाने की जांच के सिलसिले में सीबीआई टीम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के घर पहुंची। इसके साथ -साथ सीबीआई ने अभिषेक की पत्नी रुजीरा बनर्जी को शामिल होने के लिए समन दिया है।

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पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की गई है। उसी कोयला घोटाले की जांच के सिलसिले में सीबीआई की टीम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के घर पहुंची। इसके साथ ही CBI ने अभिषेक की पत्नी रूजीरा बनर्जी को भी इसमें शामिल होने के लिए समन दिया है। यही नहीं रुजीरा बनर्जी की बहन मेनका गंभीर को भी सीबीआई ने नोटिस भेजा है।

आज सीबीआई कर सकती है पूछताछ

बताया जा रहा है कि आज सीबीआई इन सबसे पूछताछ कर सकती है। दरअसल झारखंड के धनबाद और पश्चिम बंगाल के आसनसोल पुरुलिया रेंज में कोयले की खदानें भरी पड़ी हैं। यहां पर ऐसी कई खदानें हैं जो ऐसे ही पड़ी हुई है या फिर बंद पड़ी हुई हैं। इसके अलावा यहां पर ईसीएल की खदानें भी है। कहा जा रहा है कि इस अवैध कोयला व्यापार को अरबों-खरबों रुपये का माना जाता है। आपको बता दें कि कोयला घोटाले  की जांच कर रही सीबीआई ने शनिवार को 13 जगहों पर छापेमारी की जिसके बाद अभिषेक बनर्जी की पत्नी को नोटिस दिया गया। जिसके बाद बंगाल का सियासी पारा गर्म हो गया है।

जानिए आखिर क्या है कोयला घोटाला

बता दें कि 27 नवंबर 2020 को ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईएलएल) के कई अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही अनूप मांझी उर्फ लाला, बीएसएफ और रेलवे के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जिसके तहत यह आरोप लगाया गया था कि ईएल, एसएफएफ, भारतीय रेलवे और संबंधित अन्य विभागों के अधिकारियों की सक्रिय मिलीभगत से ईएल के पट्टे वाले क्षेत्र से कोयला चोरी किया गया था। वही सीबीआई मई 2020 में ईसीएल के कई लीज एरिया पर टास्क फोर्स की रेड के बाद दर्ज की गई थी। इस रेड के दौरान अवैध खनन और स्मलिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों और उपकरणों की एक बड़ी संख्या को जब्त किया गया था। यही नहीं इस एफआईआर में अनूप मांझी को अवैध खनन का मुख्य मास्टरमाइंड बताया गया हैं।

सीबीआई ने मारे थे 45 स्थानों पर छापे

सीबीआई ने पिछले साल 28 नवंबर को पश्चिम बंगाल के 45 स्थानों पर छापे मारे। इसके बाद में टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के करीबी विनय मिश्रा के खिलाफ गैर-जमानती वारंट और लुक-आउट नोटिस भी जारी किया।

इन लोगों को सीबीआई की ओर से भेजा गया समन

बता दें कि रविवार को सीबीआई ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजीरी नरुला बनर्जी और उनकी साली मेनका गंभीर को नोटिस भेजा है। सूत्रों के मिली खबर के मुताबिक कहा जा रहा है कि इन सब गवाहों और संदिग्धों के कुछ बयानों में रुजीरा की भूमिका सामने आई है। यही नहीं रुजिरा का फर्म LEAPS & BOUNDS MANAGMENT Services LLP संदेह के घेरे में है और इसमें कुछ लेनदेन की गई हैं।

अभिषेक बनर्जी ने इन फर्मो की शुरुआत

हैरान कर देने वाली बात है कि अभिषेक बनर्जी ने अपनी मां लता के नाम 2010 में लीप्स एंड बाउंड्स फर्म की शुरुआत की। वही 4 मई 2011 को लीप्स एंड बाउंड्स इंफ्रा कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को पंजीकृत किया गया था। 19 अप्रैल 2012 को, अभिषेक ने एक और कंपनी- लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड शुरू की। तो वही तीसरी कंपनी 20 मार्च 2017 को शुरु किया गया जिसमें उनकी पत्नी रुजीरा बनर्जी और पिता अमित भागीदार थे। यही नहीं माकपा ने 2013 में आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी की मदद से अभिषेक बनर्जी ने पोंजी योजनाओं के लिए अपनी फर्म का इस्तेमाल किया था। जिसमें माकपा ने आरोप लगाया कि अभिषेक बनर्जी की फर्म का कारोबार दो साल में 300 करोड़ रुपये तक पहुंच गया और इन सभी आरोपों के तुरंत बाद, अभिषेक ने निदेशक का पद छोड़ दिया


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