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हिंदू धर्म में माघ महीने का विशेष महत्व होता है जो 14 जनवरी से शुरू हो चुका है। मकर संक्रांति के त्यौहार के साथ ही माघ महीने की शुरुआत भी हो जाती है। जब माघ महीना शुरू होता है तो गंगा समेत कई पवित्र नदियों में व्यक्ति स्नान करते हैं दान करते हैं जिससे पुण्य फल मिलते हैं। गंगाजल में स्थान करने से व्यक्ति के जीवन से सभी तरह के दुख दूर हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। माघ महीने में स्नान दान और पूजा पाठ यज्ञ जप किया जाता है जिसका विशेष महत्व होता है इस महीने को एक धार्मिक अनुष्ठान कहा जाता है। माघ महीने में वसंत पंचमी और मौनी अमावस्या एकादशी व्रत गुप्त नवरात्रि जैसे त्यौहार भी आते हैं।
माघ महीने में पड़ने वाले त्योहार
मकर संक्रांति और पोंगल 14 जनवरी
सकट चौथ व्रत 17 जनवरी
क्लास्टमी 21 जनवरी
षतीला एकादशी व्रत 25 जनवरी
मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत 27 जनवरी
मौनी अमावस्या 29 जनवरी
माघ गुप्त अमावस्या 30 जनवरी
विनायक व्रत 1 फरवरी
बसंत पंचमी 2 फरवरी
नर्मदा जयंती 4 फरवरी
जया एकादशी 8 फरवरी
प्रदोष व्रत 9 फरवरी
माघ पूर्णिमा 12 फरवरी
क्या है माघ महीने का महत्व
माघ महीने का महत्व विशेष रूप से 14 जनवरी से लेकर 12 फरवरी 2025 को खत्म होता है। माघ के महीने में कल्पवास का विशेष महत्व माना जाता है। माघ के महीने में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम किनारे तंबू बनाकर भक्त रहते हैं। इस दौरान वह मेले के आयोजन में शामिल होते हैं और पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं। माघ के महीने में ही सूर्य देव और भगवान विष्णु नारायण की पूजा का विशेष महत्व होता है।




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