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एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने 2025 के महाकुंभ में संन्यास लिया और किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं, लेकिन बाद में उन्हें इस पद से हटा दिया गया। इस पर तरह-तरह की खबरें सामने आईं, जिनमें यह भी दावा किया गया कि ममता ने महामंडलेश्वर बनने के लिए 10 करोड़ रुपये दिए थे। अब ममता ने इन खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर खुलासा किया है।
ममता के बैंक अकाउंट हुए सीज
ममता कुलकर्णी ने आप की अदालत में इन खबरों को सिरे से नकारते हुए कहा, "मेरे पास 10 करोड़ तो क्या, 1 करोड़ भी नहीं है। मेरे बैंक अकाउंट सीज कर दिए गए हैं और आप नहीं जानते कि मैं किस स्थिति में रह रही हूं। मैं आर्थिक संकट से गुजर रही हूं। मैंने कई त्याग किए हैं। मैंने किसी से उधार लेकर गुरु को दक्षिणा देने के लिए 2 लाख रुपये दिए थे।" ममता ने यह सब बोलते हुए अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाई और उनके आंसू छलक पड़े।
उन्होंने अपनी हालत को और स्पष्ट करते हुए कहा, "मेरे पास तीन अपार्टमेंट हैं, लेकिन वो खराब स्थिति में हैं, उनमें दीमक लग गई है क्योंकि वे पिछले 23 सालों से बंद पड़े हैं। मैं एक ऐसे वित्तीय संकट से गुजर रही हूं, जिसे शब्दों में बयां करना भी मुश्किल है।"
ममता कुलकर्णी की जर्नी
ममता कुलकर्णी की फिल्म इंडस्ट्री में यात्रा काफी दिलचस्प रही है। उन्होंने 1990 के दशक में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और 1992 में अपनी पहली फिल्म तिरंगा से डेब्यू किया। इसके बाद, ममता ने कई सफल फिल्मों में काम किया, जिनमें वक्त हमारा है, क्रांतिवीर, करण अर्जुन, और सबसे बड़ा खिलाड़ी जैसी हिट फिल्में शामिल हैं। उनका आइटम नंबर मुझको राणा जी माफ करना भी बेहद पॉपुलर हुआ और उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं।
लेकिन 2000 के बाद ममता ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा ले लिया और विदेश में बसने का निर्णय लिया। 25 सालों तक वह भारतीय फिल्म इंडस्ट्री से दूर रहीं, लेकिन अब वह वापस भारत लौट आई हैं और महाकुंभ में अपने संन्यास के सफर को साझा कर रही हैं।
ममता कुलकर्णी की यह यात्रा एक उदाहरण है कि जीवन में सफलता और संघर्ष दोनों का सामना किया जा सकता है, और हालात चाहे जैसे भी हों, व्यक्ति अपने आत्मविश्वास और संकल्प से किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है।




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