BSF स्थापना दिवस, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत इन नेताओं ने दी जवानों को बधाई

देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहने वाले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का आज स्थापना दिवस है. यह हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है.

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देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहने वाले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का आज स्थापना दिवस है. यह हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है. इस दिन यानी 1 दिसंबर को बीएसएफ 57वां स्थापना दिवस मना रहा है. दरअसल 1965 में आज ही के दिन बीएसएफ का गठन हुआ था. बीएसएफ के स्थापना दिवस पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी समेत कई नेताओं ने जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दी हैं.

योगी आदित्यनाथ ने अपने केयू एप के जरिए जवानों को सलामी देते हुए कहा, 'देश की सीमाओं के पहरेदार बीएसएफ इंडिया के स्थापना दिवस पर 'सीमा सुरक्षा बल' के जवानों और उनके परिवारों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. विषम परिस्थितियों में मातृभूमि -यहां तक ​​कि परिस्थितियां भी। दुनिया की रक्षा के लिए आपका समर्पण प्रेरणादायक है. आप सभी की कर्तव्यनिष्ठा को सलाम."

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने बधाई दी

त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब ने जवानों को बधाई देते हुए कहा, "बीएसएफ के 57वें स्थापना दिवस पर सभी सीमा सुरक्षा बल के जवानों और उनके परिवार के सदस्यों को हार्दिक बधाई. देश को सुरक्षित रखने के लिए सीमा पर उनके अथक और अडिग गार्डों को धन्यवा." इसके लिए मैं उनका आभारी हूं."

नितिन गडकरी ने जवानों को किया सलाम

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने केयू एप के जरिए सभी जवानों को इस दिन की बधाई दी है. उन्होंने कहा, "सीमा सुरक्षा बल के स्थापना दिवस पर दिल से बधाई. देश की सीमाओं के वफादार और साहसी पहरेदारों को बहुत-बहुत सलाम."

बीएसएफ ने कहा- देश की रक्षा करना सम्मान की बात

इस अवसर पर बीएसएफ ने केयू एप के माध्यम से भी कहा, आज 01 दिसंबर 2021 है। इस दिन हमने मातृभूमि की सेवा के 57 वर्ष पूरे कर लिए हैं और यह अनंत काल तक जारी रहेगा. देश की सेवा करना रक्षा और सम्मान की बात है.,

आपको बता दें कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के पड़ोसी देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए बीएसएफ यानी सीमा सुरक्षा बल (सीमा सुरक्षा बल) की स्थापना की गई थी. इस बल का गठन 1 दिसंबर 1965 को के.एफ. द्वारा किया गया था. यह रुस्तमजी के कुशल नेतृत्व में किया गया था.

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