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आज महाशिवरात्रि के साथ ही महाकुंभ मेले का समापन भी होगा। महाशिवरात्रि पर महादेव की हर ज्योतिर्लिंग में देश भर के भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। इसी बीच नागा साधुओं की शोभा यात्रा श्रध्दालुओं के लिए भी खास आकर्षण का केंद्र बन रहा है।
वाराणसी:
महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ धाम में भोलेनाथ
के जलाभिषेक से पहले नागा साधु की शोभा यात्रा निकलेगी। महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर काशी में चारों ओर
हर-हर महादेव की आवाज गूंज रही है। काशी को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है। पौराणिक
कथा के अनुसार इस नगरी को स्वंय भगवान शिव ने बसाया था।
नागा साधुओं की शोभ यात्रा
नागा साधु हाथ में
त्रिशूल और भस्म, फूल की माला लेकर हर-हर महादेव के जयकारे लगा रहे है। नागा साधु
हर साल महाशिवरात्रि पर ऐसी पेशवाई निकालते है। इस पेशवाई में नागा साधु युद्ध कला
कौशल का प्रदर्शन भी करते है। महाकुंभ के अंतिम स्नान के बाद भी यह लाखों लोग दर्शन
के लिए आए हैं।
7 अखाड़ो के नागा साधु करेंगे भोले बाबा का जलाभिषेक
इस बार महाशिवरात्रि
महाकुंभ में पड़ रही है, जिस कारण पेशवाई का महत्व काफी बढ़ गया है। भोलेनाथ
के जलाभिषेक से पहले नागा साधुओं की शोभा यात्रा काशी पहुंची है। मंदिर में साधुओं
के प्रवेश करते ही उनका स्वागत फूल वर्षा से किया जाएगा। इस बार 7 अखाड़ो के नागा
साधु काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच कर भोले बाबा का जलाभिषेक करेंगे।
श्रध्दालुओं की भीड़
श्रध्दालुओं के लिए मंदिर के द्वार खोल दिए गए हैं।
महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा विश्वनाथ का अद्भुत श्रृंगार हुआ है। मंदिर के
प्रवेश द्वार से ही भक्तों की भीड़ लगा गई है। इस दिन काशी विश्वनाथ के दर्शन करने
से मोक्ष की प्राप्ती होती है और भक्तों को महादेव का साक्षात आशीर्वाद
प्राप्त होता है।




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