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इस तरह नहीं बनेगा शनि की साढ़े साती का योग, दंड से मिलेगी मुक्ति

एक व्यक्ति के लिए शनि का प्रकोप बहुत भारी होता है अगर आप शनि के दंड से बचना चाहते हैं तो इसके कई उपाय बताए गए हैं। दरअसल माघ माह में आने वाली अमावस्या का अपना विशेष महत्व होता है इसे माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या भी कहा जाता है।

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By Pooja Mishra | New Delhi, Delhi | खबरें - 28 November 2024

एक व्यक्ति के लिए शनि का प्रकोप बहुत भारी होता है। अगर आप शनि के दंड से बचना चाहते हैं, तो इसके कई उपाय बताए गए हैं। माघ माह में आने वाली अमावस्या का अपना विशेष महत्व होता है, इसे माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या भी कहा जाता है। इस अमावस्या में पुण्य कार्य करने के बाद शनि के दंड से छुटकारा मिलता है। शुभ फलों की प्राप्ति के लिए आपको नदी में स्नान करना चाहिए। मौनी अमावस्या के दिन विशेष उपाय करने से शनि की साढ़े साती और शनि की ढैय्या के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा कई राशियों पर भी मौनी अमावस्या का प्रभाव पड़ता है।

पीपल के नीचे दिया 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मकर कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़े साती चल रही है। इसके अलावा कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है। इतना ही नहीं इन सभी राशियों के लोगों को मौनी अमावस्या पर उपाय करने से राहत मिल सकती है। मौनी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीया जलाना चाहिए साथ ही मंत्रों का जाप करना चाहिए।

सरसों के तेल में बनाएं भोजन 

अगर आप मौनी अमावस्या का प्रभाव कम करना चाहते हैं और शनि की साढ़े साती और ढैय्या के प्रभाव से बचना चाहते हैं तो आपको यह दूसरा उपाय जरूर करना चाहिए मौनी अमावस्या के दिन दान करने से राहत मिलती है साथ ही भोजन में सरसों के तेल काले चने और गुड़ का उपयोग करना चाहिए।

चिटियों को दें ये चीजें 

मौनी अमावस्या के दिन स्नान ध्यान के बाद काले, तिल, आटा शक्कर एक साथ मिलाकर चीटियों को खिलाने से शनि की साढ़े साती और ढैय्या के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

छाया दान 

आपको बता दे की शनि की साढ़े साती और ढैय्या के प्रभावों को कम करने के लिए मौनी अमावस्या के दिन छाया दान भी करना जरूरी होता है इससे शनि के कष्ट से राहत मिलती है और इसी के साथ इस दिन भोजन में सरसों तेल, काले चने और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है।

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