Cowin पर सबसे ज्यादा वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को दिया जाएगा इनाम

कोविन एप के जरिए सबसे ज्यादा टीकाकरण करने वालों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पुरस्कृत करेगा. इसके लिए सरकार कोविन एप में कुछ बदलाव करने पर विचार कर रही है.

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टीकाकरण में तेजी लाने के लिए केंद्र की नई योजना

कोविन  एप के जरिए सबसे ज्यादा टीकाकरण करने वालों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पुरस्कृत करेगा. इसके लिए सरकार कोविन एप में कुछ बदलाव करने पर विचार कर रही है. उदाहरण के लिए जब आप वैक्सीन लेने जाएंगे तो आपसे पूछा जाएगा कि आप किसके रेफरेंस से आए हैं. जिस व्यक्ति के संदर्भ में अधिक लोग आएंगे, सरकार उसे पुरस्कृत करेगी. सरकार इस योजना को हर घर दस्तक के तहत ला रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन मिल सके. कितने लोगों को टीका लगवाने के लिए भेजने पर ईनाम दिया जाएगा, यह मानदंड अभी तय किया जा रहा है.

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सरकार हर घर दस्तक अभियान चला रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन मिले. इसमें ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है जो ऐसे लोगों की पहचान कर सकें जिन्होंने अभी तक टीकाकरण नहीं कराया है. सरकार को लगता है कि अधिक लोगों को टीका लगवाने के लिए भेजने वालों को पुरस्कृत करने की योजना से लोगों को अधिक प्रेरणा मिलेगी और टीकाकरण की गति तेज होगी.

कोरोना टीकाकरण डेटा

आपको बता दें, देश में कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान जारी है. टीकाकरण का 100 करोड़ का आंकड़ा पार करने के बाद अब कोरोना के टीकाकरण की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को जानकारी दी है कि देश का कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा 114 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया है. जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना वैक्सीन की 73,44,739 खुराक दी गई, जिसके बाद कुल टीकाकरण की संख्या 1,14,46,32851 हो गई है. वहीं, टीकाकरण के लिए अब तक 1,17,53091 सत्र आयोजित किए जा चुके हैं.


इस बीच एक अहम सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या देश एक बार फिर कोरोना की चपेट में आने वाला है? दरअसल, देश में पहले भी कई त्योहार मनाए जाते थे और उनमें काफी लापरवाही भी बरती जाती थी. अब चिंता इस बात की है कि दिवाली और छठ तो हमने बड़े धूमधाम से मनाए, लेकिन क्या अब क्रिसमस भी उसी तरह से मना पाएगा? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि कैम्ब्रिज जज बिजनेस स्कूल और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक एंड सोशल रिसर्च की एक रिपोर्ट में भारत में तेजी से संक्रमण का खतरा बताया गया है. रिपोर्ट में आर-वैल्यू बनाया गया है, जिससे पता चलता है कि एक संक्रमण से कितने लोग संक्रमित हो सकते हैं और इस लिहाज से चार राज्य ऐसे पाए गए हैं जहां आर-वैल्यू पूरे देश के औसत से ज्यादा है.

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