WhatsApp आपके लिए ख़तरा है, इसलिए सरकार इसे कर रही है Ban!

WhatsApp New Privacy Policy का मतलब है कि आप आग के अंदर खुद को झोंक रहे हैं.

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WhatsApp हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा है. इसके बिना ज़िंदगी अधूरी रह जाती है. मगर यही हमारे और हमारे परिजनों का सबसे बड़ा दुश्मन है. WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी के आधार पर वो आपके सभी चैट्स पढ़ सकता है. आप जो भी WhatsApp  के ज़रिए करना चाहते हैं उसपर कंपनी की निगरानी होगी. हम आपको 5 ऐसे सवालों का जवाब देने जा रहे हैं, जिन्हें पढ़कर WhastsApp से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा.


WhatsApp New Privacy Policy का मतलब है कि आप आग के अंदर खुद को झोंक रहे हैं. अगर भारत के लोग अपनी प्राइवेसी को लेकर चिंतित हैं और इससे बचना चाहते हैं तो उन्हें जल्द से जल्द WhatsApp को अलविदा कह देना चाहिए. हम अपने आर्टिकल में 5 सवालों के जवाब दे रहे हैं जो आपके लिए बहुत उपयोगी होगी.


 वॉट्सऐप अपनी मनमानी चला रहा है जहां इसने भारत के कई नियमों को भी तोड़ा है. अगर आप अभी नहीं संभले तो लॉन्ग टर्म ने इसका आपको भारी नुकसान हो सकता है क्योंकि डाटा आपके लिए बेहद जरूरी है और ये सीधे आपकी प्राइवेसी पर ही हमला कर रहा है. इसने एक तरह से हाथ खड़े कर दिए हैं और सीधा आपकी तरफ इशारा कर रहा है कि, ‘आप मेरे सामने नतमस्तक हो जाइए’ और बिना कुछ सोचे समझे मेरे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करिए. वॉट्सऐप को किसी भी यूजर की परवाह नहीं है, उसे बस अपने बिजनेस से मतलब है इसलिए वो ऐसा कर रहा है.


हम WhatsApp पर ही निर्भर हो गए हैं और हमें कुछ और नहीं दिख रहा. लगातार WhatsApp का इस्तेमाल हमारे लिए अब खतरा बन चुका है. आप WhatsApp नहीं चलाना चाहते तो आप टेलीग्राम या सिग्नल का इस्तेमाल करें, वो ज्यादा सुरक्षित है. WhatsApp के साथ आपकी निजता एकदम शून्य हो चुकी है. लेकिन अगर आप इन ऐप्स की तरफ बढ़ते हैं और अभी से ही इनका इस्तेमाल करते हैं तो आप सुरक्षित हो सकते हैं, क्योंकि ये सभी ऐप्स आपकी प्राइवेसी का ध्यान रखते हैं और इनमें कुछ भी ऐसा नहीं है जिससे आपको अपने डाटा और प्राइवेसी को लेकर कोई खतरा महसूस हो.


मुझे लगता है कि सरकार को इसके लिए मिलकर काम करना चाहिए और एक ऐप बनाना चाहिए. फिलहाल इसमें कमी दिख रही है. भारत सरकार को यहां WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए और ऐसे नियम बनाने चाहिए जो आईटी एक्ट के अधीन हो क्योंकि WhatsApp लगातार नियमों से खेल रहा है और अब इस प्लेटफॉर्म ने सीधे आपको नोटिफिकेशन भेज इस बात का संकेत दे दिया है कि या तो आप इसका इस्तेमाल इसके नियमों को मान कर करें या फिर इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करना ही बंद कर दें.


 ऐसे लोगों को हमें जागरुक करने की जरूरत है क्योंकि इनका सबसे ज्यादा नुकसान होगा क्योंकि एक बार अगर आपकी प्राइवेसी चली गई तो वो दोबारा कभी वापस नहीं आएगी. वॉट्सऐप आपको साफ कह रहा है कि वो आपके क्रेडिट, डेबिट कार्ड के डिटेल्स शेयर करेगा तो यहां फिर आपकी प्राइवेसी कहां है. अंत में आप साइबरक्राइम के शिकार हो सकते हैं, आपके साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी हो सकती है.


इसलिए अंतिम फैसला आपका है कि आपको इस मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का शिकार होना है या नहीं. क्योंकि साल 2016 से ही वॉट्सऐप आपका पर्सनल डाटा दूसरी कंपनियों के साथ शेयर करता आ रहा है लेकिन इसमें अब कंपनी ने ट्रांजैक्शन डिटेल्स को भी शामिल कर दिया है जो बेहद खतरनाक है. ऐसे में जबतक आप अपने फोन से पूरी तरह वॉट्सऐप को अनइंस्टाल नहीं करते हैं तब तक आपकी प्राइवेसी खतरे में है और आप अपना डाटा वॉट्सऐप के साथ लगातार शेयर कर रहे हैं.


WhatsApp New Privacy Policy से पूरे देश को खतरा है. WhatsApp हमारी निजी जानकारियों को बचकर हमारे लिए ख़तरा पैदा कर रहा है. हम क्या बात करते हैं, क्या मैसेज करते हैं, कितना रुपये खर्च करते हैं. सबकी जानकारी WhatsApp  के पास होगी. अगर WhatsApp  सरकार की बातों को नहीं मानती है तो इसे बैन कर देना चाहिए. आपको क्या लगता है? आप अपनी राय हमें ज़रूर दीजिएगा.

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