Story Content
बिहार कैबिनेट विस्तार पर उपेंद्र कुशवाहा का बयान, बोले- "पहले से तय था, चुनाव से कोई लेना-देना नहीं"
बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने कैबिनेट का विस्तार कर दिया है, जिसमें सात नए मंत्रियों को शामिल किया गया है। इस पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार पहले से तय था, इसका आगामी चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि जब सरकार बनी थी, तब कुछ मंत्री पद खाली रह गए थे, जिन पर अब फैसला लिया गया है।
आरजेडी अपनी बेचैनी संभाले: उपेंद्र कुशवाहा
आरजेडी द्वारा बीजेपी पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, "बीजेपी में कोई बेचैनी नहीं है, बल्कि आरजेडी को अपनी बेचैनी संभालनी चाहिए।" उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष बेवजह इस मुद्दे को चुनाव से जोड़ रहा है, जबकि यह सरकार का आंतरिक मामला है।
किन सात विधायकों को मिला मंत्री पद?
इस विस्तार में सात विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई:
- संजय सरावगी (दरभंगा)
- जिवेश मिश्रा (जाले)
- राजू कुमार सिंह (साहेबगंज)
- विजय कुमार मंडल (सिकटी)
- सुनील कुमार (बिहारशरीफ)
- मोती लाल प्रसाद (रीगा)
- कृष्ण कुमार मंटू (अमनौर)
BJP सांसद संजय जायसवाल ने क्या कहा?
बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि यह खुशी की बात है कि वरिष्ठ विधायकों को मंत्री बनने का मौका दिया गया। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि "विपक्ष इस विस्तार से घबराया हुआ है, क्योंकि 2025 के चुनाव में उनकी हार तय है।"
विपक्ष ने कैबिनेट विस्तार पर उठाए सवाल
विपक्षी दलों ने इस विस्तार पर सवाल उठाते हुए इसे चुनावी रणनीति करार दिया। आरजेडी ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार दौरे पर आते हैं, फिर अचानक कैबिनेट का विस्तार कर दिया जाता है। विपक्ष ने इसे बीजेपी की घबराहट बताया, लेकिन बीजेपी नेताओं ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया।
कैबिनेट विस्तार का चुनाव पर असर?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस कैबिनेट विस्तार से बीजेपी और जेडीयू की स्थिति मजबूत होगी। बीजेपी ने उन इलाकों से विधायकों को मंत्री बनाया है, जहां पार्टी के लिए अगले चुनाव में चुनौतियां हो सकती थीं। ऐसे में यह विस्तार एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया गया है, जिससे पार्टी को चुनाव में फायदा मिल सकता है।
अब देखना यह होगा कि इस कैबिनेट विस्तार का बिहार की राजनीति पर क्या असर पड़ता है और क्या इससे बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को चुनावी बढ़त मिलेगी या विपक्ष को इस पर हमला करने का नया मौका मिलेगा!




Comments
Add a Comment:
No comments available.