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सुबह फरीदाबाद में विस्फोटक ट्रैप, शाम को लाल किला के पास धमाका — क्या पहले से ही तैयार था प्लान? क्या फरीदाबाद से दिल्ली को उड़ाने वाले थे आतंकी? फरीदाबाद से दिल्ली तक की विस्फोट साजिश का कनेक्शन !
सुबह का वक्त था.. फरीदाबाद के औद्योगिक इलाके में पुलिस की एक टीम को गुप्त सूचना मिली। सूचना थी — एक संदिग्ध वाहन में भारी मात्रा में विस्फोटक छुपाया गया है। पुलिस ने तुरंत घेराबंदी की और जब उस वाहन की तलाशी ली गई — तो अंदर से जो निकला, उसने सबके होश उड़ा दिए। वहां मिला करीब 350 किलो विस्फोटक, साथ ही AK-47 राइफलें, टाइमर, वायर, और कई डेटोनेटर। जिन्हें देखकर साफ लग रहा था कि ये कोई छोटा-मोटा मामला नहीं।यह कोई बहुत बड़ी साजिश थी — और उसका लक्ष्य था दिल्ली। इसी बीच, शाम होते-होते दिल्ली के दिल — लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक ज़बरदस्त धमाका हुआ। कई लोग घायल हुए, दहशत फैल गई, और दिल्ली पुलिस तुरंत हरकत में आ गई। अब सवाल उठने लगा — क्या सुबह फरीदाबाद में मिला विस्फोटक और शाम को लाल किले के पास हुआ धमाका — एक ही साजिश का हिस्सा हैं? जांच में सामने आया कि फरीदाबाद में जो व्यक्ति पकड़ा गया — वो कोई आम शख्स नहीं, बल्कि एक कश्मीरी डॉक्टर है। जो खुद को समाजसेवी और मेडिकल प्रोफेशनल बताता था। लेकिन उसके घर और गोदाम से मिली चीज़ों ने उसकी असलियत उजागर कर दी। खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक, यह डॉक्टर पिछले कई महीनों से दिल्ली-एनसीआर में आतंकियों के लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट का काम कर रहा था। उसके पास से कई नक्शे, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, और दिल्ली के हाई-प्रोफाइल इलाकों की फोटो मिली हैं जिसमें इंडिया गेट, लाल किला, और संसद मार्ग जैसे स्थान शामिल थे। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह पूरा नेटवर्क पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों से जुड़ा हो सकता है। फरीदाबाद में बरामद 350 किलो विस्फोटक किसी फैक्ट्री से नहीं, बल्कि एक गोदाम से मिला, जहां इसे खाद्य पदार्थों की आड़ में छुपाया गया था। यानि आतंकी हर संभव तरीके से दिल्ली को दहलाने की तैयारी में थे। दूसरी ओर, दिल्ली में लाल किले के पास जो धमाका हुआ, उसमें इस्तेमाल हुआ विस्फोटक फरीदाबाद में मिले बारूद से मिलता-जुलता पाया गया। यह बात जांच एजेंसियों को दोनों घटनाओं को जोड़ने पर मजबूर कर रही है।
अब सवाल ये है — क्या यह संयोग है कि जिस दिन फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक मिला, उसी दिन शाम को दिल्ली में धमाका हुआ? या फिर यह एक ही नेटवर्क का दोहरा ऑपरेशन था — जिसमें पहली कोशिश फेल हुई, तो दूसरी तुरंत अंजाम दी गई? एनआईए, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और इंटेलिजेंस ब्यूरो अब मिलकर इस मामले की गहराई में उतर रही हैं। दिल्ली-एनसीआर को हाई अलर्ट पर रखा गया है। रेलवे स्टेशन, मेट्रो, और ऐतिहासिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अब ये भी सामने आ रहा है कि जब फरीदाबाद में सुरक्षा एजेंसियों ने पूरी साजिश नाकाम की, तो क्या आतंकियों ने लाल किले के पास प्लान-B के तहत धमाका कर दिया? फिलहाल, एनआईए और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस पूरे मामले की गहराई से जांच में जुटी है। दिल्ली-एनसीआर को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह सिर्फ एक “अलर्ट” नहीं बल्कि एक “चेतावनी” है — क्योंकि देश के खिलाफ साजिश अब नए रूप में सामने आ रही है। तो क्या फरीदाबाद की बरामदगी ने दिल्ली को एक बड़े हमले से बचा लिया? या फिर ये किसी और बड़ी कहानी की शुरुआत है? इस सवाल का जवाब आने वाले वक्त में ही मिलेगा, लेकिन इतना तय है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है —देश की सुरक्षा से बड़ा कुछ नहीं।
जय हिंद !




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