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🇮🇳 ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना की पाकिस्तान में घुसकर बड़ी कार्रवाई, 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक, हिजबुल आतंकी कारी इकबाल ढेर
7 मई 2025, बुधवार तड़के – भारतीय सेना ने आतंक के खिलाफ एक और निर्णायक कदम उठाते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' को अंजाम दिया। यह ऑपरेशन, पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में चल रहे आतंकी ढांचों को निशाना बनाकर किया गया, जिसमें कुल 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया।
इस कार्रवाई में हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर कारी मोहम्मद इकबाल मारा गया, जो एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था। वह लंबे समय से कश्मीर में युवाओं को आतंक की राह पर भटकाने और आतंकी हमलों की साजिश रचने में सक्रिय था।
🔥 पहलगाम हमले का जवाब – ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से की गई सख्त जवाबी कार्रवाई थी। पहलगाम हमले में कई निर्दोष नागरिकों और सुरक्षाबलों की जान गई थी। इसके दो हफ्तों बाद ही भारत ने आतंक के अड्डों पर सीधा हमला करने का फैसला लिया।
भारतीय सेना ने POK में स्थित मुजफ्फराबाद के सवाई नाला कैंप, कोटली बेस, और अन्य ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की। सवाई नाला कैंप, लश्कर-ए-तैयबा का बड़ा ट्रेनिंग बेस था, जहां से अक्टूबर 2024 और अप्रैल 2025 के हमलों में शामिल आतंकियों ने प्रशिक्षण लिया था।
🛩️ सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय की साझा प्रेस ब्रीफिंग
ऑपरेशन के सफल निष्पादन के बाद, बुधवार सुबह एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें शामिल थे:
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विदेश सचिव विक्रम मिस्री
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वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह
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भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी
इस दौरान सैन्य अधिकारियों ने हमले की क्लिप्स भी साझा कीं, जिसमें आतंकी ठिकानों पर हुए विस्फोट साफ तौर पर दिखाए गए। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर, पीड़ितों को न्याय दिलाने और आतंक की जड़ें काटने के लिए शुरू किया गया।
⏱️ 25 मिनट में किया आतंक का सफाया
भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन को सिर्फ 25 मिनट में अंजाम दिया। टारगेट्स को पहले से चिन्हित किया गया था और आधुनिक मिसाइल प्रणाली के माध्यम से सटीक निशाना लगाया गया। इनमें वे जगहें भी शामिल थीं, जहां पहले कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकियों को प्रशिक्षण दिया गया था।
🏴☠️ तीन दशकों से फल-फूल रहा था आतंकी नेटवर्क
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की जमीन पर पिछले 30 वर्षों से एक संगठित आतंकी इन्फ्रास्ट्रक्चर फल-फूल रहा था, जिसका संचालन POK और पाकिस्तान के अन्य हिस्सों से होता था। यही नेटवर्क कश्मीर में हिंसा फैलाने और भारत के खिलाफ साजिशें रचने में लगा हुआ था।
🌐 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और पाकिस्तान की बौखलाहट
भारत की इस कार्रवाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी हलचल मची है। कई देश भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को सही ठहरा रहे हैं, वहीं पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस हमले को "अकारण" बताते हुए संयुक्त राष्ट्र में शिकायत दर्ज कराई है। लेकिन भारत ने स्पष्ट कहा है कि यह कार्रवाई आतंक के खिलाफ थी – किसी देश के खिलाफ नहीं।
नया भारत, नया संदेश
ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर साबित किया कि भारत अब आतंक के खिलाफ चुप नहीं बैठेगा, बल्कि मुंहतोड़ जवाब देगा – वो भी दुश्मन की जमीन पर घुसकर। यह ऑपरेशन ना सिर्फ एक सैन्य सफलता है, बल्कि एक मजबूत राजनीतिक और कूटनीतिक संदेश भी है कि भारत की सहनशक्ति की सीमा अब तय है।




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