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Bihar Election में Shah का दावा NDA की सुनामी !
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मुकाबला दिन-ब-दिन दिलचस्प होता जा रहा है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होने वाला है… लेकिन उससे पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक ऐसी भविष्यवाणी कर दी है जिसने पूरे राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है।
अमित शाह ने कहा है — “बिहार में हमारी स्थिति बेहद मजबूत है। इस बार एनडीए 160 से ज्यादा सीटें जीतेगा… और जनता हमें दो-तिहाई बहुमत देगी।” यानी अमित शाह को भरोसा है कि इस बार भी बिहार में एनडीए की ही सरकार बनेगी, और वो भी बेहद आरामदायक बहुमत के साथ। शाह का कहना है कि बिहार की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी पर भरोसा करती है। उनके मुताबिक, पिछले 10 सालों में बिहार ने जो विकास देखा है — वो एनडीए सरकार की योजनाओं और नीतियों की वजह से ही संभव हुआ है। अमित शाह ने कहा कि बिहार के गांव-गांव में आज बिजली, सड़क, और सुरक्षा है। लोगों को अब “जंगलराज” नहीं, बल्कि “विकासराज” चाहिए। और यही वजह है कि जनता फिर से एनडीए को सत्ता में वापस लाने के लिए तैयार है। अब बात करते हैं बीजेपी और जेडीयू गठबंधन की। शाह ने साफ कहा कि बीजेपी और जेडीयू दोनों ही बराबर की ताकत से मैदान में हैं। “दोनों दलों की स्ट्राइक रेट कम से कम बराबर रहेगी,” ऐसा अमित शाह ने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि एनडीए के कार्यकर्ता बूथ लेवल पर बेहद मजबूती से काम कर रहे हैं। गांव-गांव में लोग डबल इंजन सरकार के फायदे गिना रहे हैं — चाहे वो घर तक बिजली पहुंचाना हो, या महिलाओं की सुरक्षा।
लेकिन शाह यहीं नहीं रुके… उन्होंने अपने पुराने अंदाज़ में आरजेडी और लालू यादव पर भी करारा हमला बोला।अमित शाह ने कहा — “तेजस्वी यादव कौन हैं? आरजेडी में टिकट कौन बांटता है? आज भी लालू यादव ही पार्टी चला रहे हैं। वही पुराना जंगलराज, वही बाहुबल की राजनीति।” उन्होंने चेतावनी दी — “अगर आरजेडी सत्ता में लौटी, तो वही अराजकता, वही कट्टा लहर, वही डर का माहौल वापस आएगा। मेरी बात याद रखना — बिहार फिर 20 साल पीछे चला जाएगा।” यह बयान अमित शाह के सख्त तेवरों को दिखाता है, और साथ ही एक बड़ा चुनावी संदेश भी देता है — कि बीजेपी इस बार “जंगलराज बनाम विकासराज” की जंग लड़ रही है। अमित शाह ने कहा कि बिहार की जनता ने पिछले 20 सालों में बहुत कुछ देखा है। 2005 से पहले का बिहार और आज का बिहार — इन दोनों में ज़मीन-आसमान का फर्क है। “बिजली घर-घर पहुंची, सड़कें बनीं, उद्योग बढ़े, और सबसे बड़ी बात — कानून व्यवस्था में सुधार हुआ।” उन्होंने कहा कि अगर लोग फिर से आरजेडी को मौका देंगे, तो यह सब खत्म हो जाएगा इसलिए जनता को “विकास” को चुनना होगा, “वापसी” को नहीं। अब बात पहले चरण के चुनाव की — जहां एनडीए को लेकर माहौल बेहद सकारात्मक बताया जा रहा है। शाह ने कहा कि — “पहले चरण की सीटों पर हमें जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। मतदाता एनडीए को स्थिरता और विकास का प्रतीक मान रहे हैं।” उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा —“महागठबंधन का एजेंडा सिर्फ सत्ता हासिल करना है, लेकिन एनडीए बिहार के दीर्घकालिक विकास की बात करता है।” अब सवाल ये है कि क्या अमित शाह की भविष्यवाणी सच साबित होगी? क्या वाकई एनडीए 160 से ज़्यादा सीटें जीत पाएगा? या फिर तेजस्वी यादव और महागठबंधन कोई बड़ा उलटफेर करेंगे? जो भी हो, 6 नवंबर का मतदान और 2025 का ये चुनाव — बिहार की सियासत की दिशा तय करेगा। एक तरफ़ है “विकास और स्थिरता” का वादा, और दूसरी तरफ़ “परिवर्तन और पुरानी यादों” का दावा। अब देखना ये है कि जनता किसे चुनेगी —अमित शाह का आत्मविश्वास या तेजस्वी का जोश। तो दोस्तों, ये थी बिहार चुनाव की बड़ी खबर, जहां अमित शाह ने कर दी भविष्यवाणी — “एनडीए जीतेगा दो-तिहाई बहुमत से ज़्यादा सीटें!” अब आपकी राय क्या है? क्या आप भी मानते हैं कि बिहार में एनडीए की लहर चल रही है?




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