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286 दिनों बाद अंतरिक्ष से लौटे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, राष्ट्रपति ट्रंप ने किया बड़ा दावा
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पूरे 286 दिनों के लंबे इंतजार के बाद अंतरिक्ष से धरती पर लौट आए हैं। दोनों ने SpaceX के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए फ्लोरिडा के समंदर में सफलतापूर्वक लैंडिंग की। इस ऐतिहासिक वापसी पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया कि उन्होंने जो वादा किया था, उसे पूरा कर दिखाया।
राष्ट्रपति ट्रंप का बयान: "मैंने वादा किया था, उन्हें वापस लाना होगा"
अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में कहा,
"प्रेसिडेंट बनने के बाद जब मैं ऑफिस में आया तो मैंने एलन मस्क से कहा कि हमें उन्हें (सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर) को वापस लाना होगा। बाइडेन ने उन्हें छोड़ दिया था। अब वे वापस आ गए हैं। जब वो बेहतर हो जाएंगे तो वे ओवल ऑफिस (राष्ट्रपति कार्यालय) में आएंगे।"
ट्रंप के इस बयान के बाद अमेरिका में राजनीतिक बहस भी तेज हो गई है। स्पेस मिशन को लेकर राष्ट्रपति बाइडेन की नीतियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं, वहीं ट्रंप अपने प्रशासन की इस उपलब्धि को बड़ी सफलता के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।
व्हाइट हाउस का बयान: "जो वादा किया, उसे निभाया"
इस ऐतिहासिक वापसी पर व्हाइट हाउस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट करते हुए लिखा,
"जो वादा किया, उसे निभाया। राष्ट्रपति ट्रंप ने 9 महीने से स्पेस में फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित लाने का वादा किया था। आज उनकी धरती पर सुरक्षित लैंडिंग हो गई है। एलन मस्क, स्पेसएक्स और नासा को धन्यवाद।"
फ्लोरिडा के समंदर में कैप्सूल की सफल लैंडिंग
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी किसी ऐतिहासिक घटना से कम नहीं रही। 19 मार्च, बुधवार की सुबह 3:27 बजे, दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए फ्लोरिडा के समंदर में सुरक्षित उतरे।
इस मौके पर NASA, SpaceX और अमेरिका के वैज्ञानिक समुदाय में जबरदस्त उत्साह देखा गया। पूरी दुनिया में इस मिशन को लेकर जश्न का माहौल बना हुआ है।
8 जून 2024 को रवाना हुए थे अंतरिक्ष के लिए
8 जून, 2024 को नासा के एस्ट्रोनॉट्स सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर को बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया था। यह केवल 8 दिनों का मिशन था, लेकिन तकनीकी खराबी के चलते यह मिशन पूरे 286 दिनों तक लंबा खिंच गया।
नासा के मिशन में लगातार देरी, आखिरकार स्पेसएक्स ने बचाया
बोइंग स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी के चलते नासा कई बार इन अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने का प्रयास करता रहा, लेकिन हर बार असफलता ही हाथ लगी। आखिरकार, स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल का सहारा लिया गया और दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्वक धरती पर वापस लाया गया।
पूरी दुनिया में खुशी की लहर
इस सफल मिशन के बाद नासा, स्पेसएक्स और अमेरिका में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी को लेकर वैज्ञानिकों, अंतरिक्ष प्रेमियों और प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
अब अंतरिक्ष विशेषज्ञ इस पूरे मिशन का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी तकनीकी गड़बड़ियों से बचा जा सके। यह घटना अंतरिक्ष अन्वेषण के इतिहास में एक बड़ा सबक और सफलता दोनों ही मानी जा रही है।




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