लोकसभा चुनाव की तैयारी लगभग सभी पार्टियों ने अपने-अपने स्तर पर कर लिया है। वही मध्य प्रदेश की राजनीति के बारे में बात करें, तो राजनीतिक गर्मी तेज हो गई है।
लोकसभा चुनाव की तैयारी लगभग सभी पार्टियों ने अपने-अपने स्तर पर कर लिया है। वही मध्य प्रदेश की राजनीति के बारे में बात करें, तो राजनीतिक गर्मी तेज हो गई है। इस बार लोकसभा का मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है, खासकर सतना लोकसभा सीट के लिए। इतना ही नहीं BSP प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी के चुनावी मैदान में उतरने से मुकाबले ने त्रिकोणीय रूप ले लिया है। वहीं, भाजपा की बात करें तो पार्टी ने चार बार सांसद गणेश सिंह को मैदान में उतारा है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने सतना विधानसभा के मौजूदा विधायक पर अपना भरोसा जताया है।
चुनावी रण में किसकी होगी जीत ?
साल 2023 की बात करें, तो उसे समय भी चुनाव के दौरान सतना में दिलचस्प मुकाबला देखा गया। अधिक जानकारी के लिए बता दें कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा को जीत मिली थी, वहीं भाजपा सांसद गणेश सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। दूसरी तरफ बीजेपी पार्टी से पलटी मारने वाले और विंध्य जनता पार्टी बनाने वाले नारायण त्रिपाठी ने सतना की मैहर विधानसभा से चुनाव लड़ा था, इस तरह से उन्हें भी हार मिली थी। अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि सपना के चुनावी रण में किसे जीत हासिल होती है।
नारायण त्रिपाठी के घेरे में प्रत्याशी गणेश सिंह
सतना लोकसभा सीट की बात करें तो यहां पर चुनावी घमासान देखने को मिल रहा है, इसके अलावा मौजूदा सांसद से विकास का रिपोर्ट कार्ड दिखाने को भी कहा जा रहा है। इतना ही नहीं सभी पार्टियों अपनी-अपनी जीत के बड़े दावे कर रही है। इसी बीच बीएसपी प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी सतना के सांसद के तौर पर 20 साल के कार्यकाल में किए गए कामों का हिसाब-किताब लेकर चुनावी रण में उतरे हैं, बल्कि वह भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह के साम दाम दंड भेद और अस्त्र-शस्त्र वाले बयान को घेर रहे है।