Story Content
यूक्रेन संकट पर ट्रंप-जेलेंस्की की तीखी बहस, संजय सिंह बोले- 'ट्रंप दादागिरी पर उतारू हैं'
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस देखने को मिली। इस विवादित चर्चा पर आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ट्रंप अपनी दादागिरी दिखा रहे हैं और इस बातचीत ने यह साफ कर दिया कि अमेरिका की नीति में एकतरफा दबाव बनाने की प्रवृत्ति है।
संजय सिंह का ट्रंप पर हमला
संजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अमेरिकी विदेश नीति के चर्चित कूटनीतिज्ञ हेनरी किसिंजर की कही बात को उद्धृत करते हुए लिखा, "अमेरिका का दुश्मन होना खतरनाक है, लेकिन दोस्त बनना घातक है।" उन्होंने इस बहस को लेकर मोदी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी को ट्रंप का पिछलग्गू बनने के बजाय भारतीयों को अपराधियों की तरह बेड़ियां बांधकर भारत भेजने का मामला मजबूती से उठाना चाहिए।
अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर अमेरिका और भारत में घमासान
अमेरिका में अवैध भारतीय प्रवासियों के मुद्दे पर भारतीय राजनीति गरमाई हुई है। ट्रंप ने पहले ही राष्ट्रपति बनने से पहले यह ऐलान किया था कि वे सभी अवैध प्रवासियों को अमेरिका से बाहर निकाल देंगे। उनके सत्ता में लौटने के बाद, अमेरिका अवैध रूप से रह रहे लोगों को उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया तेज कर चुका है।
हाल ही में अमेरिकी एयरफोर्स के विमानों से बड़ी संख्या में भारतीयों को जबरन वापस भेजा गया, लेकिन इस दौरान उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारतीय प्रवासियों को हथकड़ी और पैरों में जंजीरें बांधकर विमान में बैठाया गया।
विपक्ष का मोदी सरकार पर हमला
इस घटना के सामने आने के बाद भारतीय विपक्ष लगातार मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने इसे भारतीय प्रवासियों के साथ हुए अत्याचार का मामला बताया और कहा कि भारत सरकार को इस पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए।
हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से अभी तक इस मामले में कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। विपक्ष का कहना है कि भारतीयों के सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए मोदी सरकार को अमेरिका के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराना चाहिए।
भारत-अमेरिका संबंधों पर असर?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिका अवैध प्रवासियों को लेकर अपना रवैया और सख्त करता है, तो इससे भारत-अमेरिका संबंधों पर असर पड़ सकता है। भारत में यह मुद्दा सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि मानवीय अधिकारों से भी जुड़ा हुआ है।
अब देखना यह होगा कि भारत सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और क्या अमेरिका इस नीति में बदलाव करता है या नहीं।




Comments
Add a Comment:
No comments available.