कैसे एक 'फोन चोर' बन गया देश का सबसे युवा अरबपति?

स्कूल से बंक मारकर दोस्तों के साथ शतरंज खेलने- स्कूल ड्रॉप आउट होने वाले शख्स जानिए कैसे बन बैठा भारत का सबसे युवा अरबपति.

  • 6749
  • 0

लोगों के बीच इस वक्त एक ऐसे शख्स की कहानी चर्चा का विषय बनी हुई जोकि करोड़ो युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुके हैं. यहां बात हो रही है भारत के सबसे युवा अरबपति निखिल कामत की. वो कैसे जीरो से हीरो बने हैं उनकी कहानी सही में जानने लायक है. लेकिन इतना बड़ा मुकाम उन्होंने यूं ही हासिल नहीं किया है. आइए हम आपको बताते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ अहम बातों के बारे में यहां. 

फर्म जेरोधा के को-फाउंडर और सीईओ है 34 साल के निखिल कामत. जेरोधा आज देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज कंपनी बन चुकी है. इसकी शुरुआत निखिल ने साल 2010 में की थी. उन्होंने बेहद ही कड़ी मेहनत से 11 सालों काम किया और वो देश के सबसे युवा अरबपति बन गए हैं. स्कूल से बंक मारकर दोस्तों के साथ शतरंज खेलना, अटेंडेंस कम होने की वजह से बोर्ड की परीक्षा नहीं दें पाना और स्कूल ड्रॉप आउट होना, सिर्फ 14 साल की में दोस्त के साथ मिलकर पुराने फोनों को बेचने का बिजनेस करना या फिर कॉल सेंटर में 8 हजार रुपये की नौकरी करना. निखिल कामत की जिंदगी में ये सारे पल भी आ चुके हैं. 

ये भी पढ़ें: बिना ATM से पैसे निकालना हुआ और भी आसान

हाल ही में निखिल कामत ने अपनी ये कहानी ह्यूमंस ऑफ बम्बे के साथ शेयर की, उन्होंने अपनी बात में कहा- मेरा स्कूल की ट्रेडिशनल पढ़ाई में बिलकुल भी मन नहीं लगता था. अटेंडेंस कम होने की वजह से मैं बोर्ड एग्जाम नहीं दे पाया था, जिसके बाद मैंने स्कूल ही छोड़ दिया. इस दौरान मेरे माता-पिता मेरे भविष्य को लेकर काफ़ी परेशान थे.

इसके अलावा फोन बेचने की बात को लेकर निखिल ने कहा- 14 साल की उम्र मैंने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर पुराने फ़ोन बेचने और ख़रीदने का काम शुरू किया, लेकिन जब घरवालों को इस बारे में पता चला तो मां ने सारे फ़ोन टॉयलेट में फ्लश कर दिए और बिज़नेस भी बंद हो गया. जब मैं 17 साल का था तब मैंने कॉल सेंटर में 8000 रुपये महीने की नौकरी शुरू कर दी. ये नौकरी पाने के लिए भी मैंने नकली बर्थ सर्टिफ़िकेट का सहारा लिया था.  

वही, कॉल सेंटर में नौकरी करते वक्त निखिल का लगाव शेयर बाजार की ओर बढ़ने लगा था. इस दौरान वो शेयर बाजार में हाथ आजमाने तक लगे थे. शुरुआत में उन्होंने कॉल सेंटर के मैनेजर के साथ-साथ कर्मचारियों की छोटी-मोटी रकम शेयर बाजार में इन्वेस्ट की. इस दौरान जिन लोगों ने भी निखिल को पैसे देखकर उन पर भरोसा रखा उसके बदले में उन्हें शानदार रिटर्न मिला था. निखिल कम से कम 3 या 4 साल तक ऐसा ही करते रहे.

ये भी पढ़ें: मुंबई: बढ़ते कोरोना मामलों के चलते बंद हो सकते हैं धार्मिक स्थल, इन शिफ्टों में करना होगा काम)/u

इसके बाद कॉल सेंटर की जब निखिल ने जॉब छोड़ दी थी तो साल 2010 में अपने बड़े भाई नितिन कामत के साथ मिलकर ब्रोकरेज जेरोधा की उन्होंने नींव रखी. इसके बाद वो लगातार तरक्की ही करते रहे. साल 2020 में फोर्ब्स ने इन दोनों भाइयों को भारत के 100 सबसे अमीर लोगों मे शामिल तक किया. इस बीच निखिल भारत के सबसे युवा अरबपति बन गए. 

इसके अलावा कोरोना का असर उनके बिजनेस पर कैसे पड़ा आइए आपको बताते हैं. दरअसल 2020 में शेयर मार्केट की स्थिति काफी खराब हो गई थी. इस दौरान उनकी फर्म से करीबी 20 लाख नए ग्राहक तक जुड़े. अभी जेरोधा के करीब 40 लाख रजिस्टर्ड यूजर्स हैं. अरबपति बनने के बाद भी निखिल ने काम करने के तरीके में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया. आज भी वो दिन में करीब 8 से 10 घंटे काम ही करते हैं.


RELATED ARTICLE

LEAVE A REPLY

POST COMMENT